पाकिस्तान ने एक नया दाव खेलते हुए लेखिका अरुंधति राय को कश्मीर विवाद पर बोलने के लिए निमंत्रण भेजा है। प्रमुख पाकिस्तानी अखबार द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की पंजाब असेंबली ने अपने सदस्यों को कश्मीर घाटी में चल रही हिंसा पर संबोधित करने के लिए भारतीय लेखिका और ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट अरुंधति राय को आमंत्रित किया है। रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब प्रांत के श्रम और मानव संसाधन मंत्री रजा अशफाक सरवर ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब पाकिस्तान के विदेश विभाग को निर्णय लेना है।

गौरतलब है कि अरुंधति राय पहले भी कई बार कश्मीर मुद्दे पर विवादित बयान दे चुकी हैं। कश्मीर में गत 8 जुलाई को भारतीय सेना द्वारा हिजबुल कमांडर बुरहान वानी को मार गिराए जाने के बाद से हिंसक विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। इस दौरान करीब 66 नागरिकों की मौत हो चुकी है और 3100 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

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डॉन की वेबसाइट पर चल रही खबर के मुताबिक पाकिस्तान की पंजाब असेंबली के सदस्य शेख अल्लाउद्दीन ने अरुंधति राय को कश्मीर में जारी हिंसा पर बोलने के लिए निमंत्रण भेजने की सलाह दी थी और स्पीकर से उनकी इस सलाह को गंभीरता से लेने का अनुरोध किया था।

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इस बीच असेंबली के सदस्यों ने भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के पाकिस्तान को लेकर दिए गए हालिया बयान को खेदजनक बताते हुए विदेश मंत्रालय से भारतीय राजदूत गौतम बंबवाले को समन करने की मांग की है। सदस्यों ने भारत सरकार पर कश्मीर में हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि भारत पाकिस्तान पर झूठे आरोप लगा रहा है।