जम्मू-कश्मीर के अखनूर में शुक्रवार को सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश करते हुए पकड़े गए आतंकवादी अब्दुल कयूम ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। कयूम ने कबूल किया है कि उसे पाकिस्तान में आर्मी ट्रेनिंग दी गई थी, इसके अलावा उसने लश्कर के लिए फंड जुटाने की बात भी स्वीकार की है। बीएसएफ ने भारत में घुसपैठ करते वक्त कयूम को इंटरनेशनल बॉर्डर से गिरफ्तार किया था। अलार्म बजने के बाद उसके चार अन्य साथी भाग खड़े हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही बीएसएफ के जवानों की नजर पड़ी, उसको घेर लिया गया लेकिन कयूम को बिजली का करंट लग गया जिससे वह बेहोश हो गया। इलाज के बाद शनिवार को बीएसएफ के अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं जिसमें उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। कयूम से मिली जानकारी से आतंकवाद को बढ़ावा देने के पाकिस्तान के नापाक मंसूबों का खुलासा हुआ है।

आतंकी कयूम ने पूछताछ में बीएसएफ अधिकारियों को बताया कि वह पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला है। पाकिस्तान के शेखुपुरा जिले के मुरीदके में उसने आतंक की ट्रेनिंग ली। गौरतलब है कि जमात-उत-दावा का ट्रेनिंग हेडक्वार्टर मुरीदके में ही है। आतंकी ने लश्कर के लिए 50 लाख रुपये जुटाने का दावा भी किया है। उसने बताया कि वह आतंकी हाफिज सईद और सलाउद्दीन को भी जानता है। इसके अलावा कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को भी जानता है।

गौरतलब है कि पिछले रविवार (18 सितंबर) को जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के ऊपर आतंकियों ने हमला किया था जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद आर्मी ने बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है। कई जगहों पर घुसपैठ की कोशिशों को भी सेना ने नाकाम किया है। उरी में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 15 आतंकियों पर सेना ने फायरिंग की थी जिसमें से 10 आंतकी मारे गए थे बाकी 5-6 आतंकी वापस भाग गए थे।

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