पहलगाम आतंकी हमले के बाद बड़ी संख्या में भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिक अब यहां से वापस जा रहे हैं। बताना होगा कि आतंकी हमले के बाद भारत ने सख्त दिशा-निर्देश जारी करते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा सस्पेंड कर दिए थे और उन्हें मुल्क छोड़ने के लिए कहा था। ऐसे ही कई लोगों ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत की है।
पाकिस्तानी नागरिक मुफज़ला ने कहा, “मैं मुजफ्फराबाद की रहने वाली हूं। मेरी शादी बारामूला में हुई है। 6 साल पहले मैं सऊदी अरब से यहां आई और मेरे दोनों बच्चे यहीं पैदा हुए हैं। मेरी बच्ची 40-50 दिन की है। परसों रात को अचानक हमें जाने को बोला गया…।”
ऐसे पाकिस्तानी नागरिकों का क्या होगा जिन्होंने डेडलाइन बीत जाने के बाद भी भारत नहीं छोड़ा है?
मुफज़ला ने कहा, “हम कानूनी तरीके से लॉन्ग टर्म वीजा के जरिए यहां रुके थे और 3 साल से लगातार एप्लीकेशन दायर कर रहे हैं लेकिन हमारी एप्लीकेशन को स्वीकार नहीं किया जाता, हर साल हमारी वेरिफिकेशन भी होती है। हम इस बात का इंतजार कर रहे थे कि हमारी एप्लीकेशन कब स्वीकार होगी।”
मुफज़ला ने कहा, “पहलगाम में हुई घटना आतंकवादी कृत्य है क्योंकि इसमें मासूम लोगों की जान गई है और इसके गुनहगारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए लेकिन हमें इस बात की सजा क्यों दी जा रही है।”
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ऐसे ही एक और शख्स 72 साल के गुलाम मसूद ने कहा, “हम पिछले 40 साल से यहां रह रहे हैं लेकिन 28 अप्रैल को रात 12 बजे हमारे घर पुलिस आई। पुलिस ने हमसे कहा कि आपकी बीवी और आपकी बहू मुजफ्फराबाद की है।” गुलाम मसूद के मुताबिक, उन्होंने पुलिस वालों से कहा कि वह इतने सालों से यहां वीजा पर रह रहे हैं। मसूद ने कहा कि पहलगाम में जो हुआ, बहुत गलत हुआ। उन्होंने कहा कि हमारे साथ इंसाफ किया जाए। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी की उम्र 70 साल है।
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ऐसी एक और महिला बारामूला की रहने वालीं परवीन अख्तर कहती हैं, “मैं 40 साल से यहां रह रही हूं, मेरे तीन बच्चे हैं और तीनों की शादियां यहीं से हुई है। हमें किस बात की सजा दी जा रही है।”
ऐसे सभी लोगों को अटारी बॉर्डर के जरिये वापस भेजा जा रहा है।
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