वाघा बॉर्डर पर भी सर्जिकल स्ट्राइक का असर देखने को मिला। भारत की ओर से बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी देखने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है। वहीं पाकिस्तान की ओर यह संख्या ज्यादा देखने को मिली। इस सेरेमनी में भारत और पाकिस्तान के जवान अपने-अपने देश के झंडे को नीचे उतारे जाते हैं। इसके साथ ही अपना दमखम दिखाते हैं। बाद में फॉर्मल तरीके से दोनों देशों के जवान हाथ मिलाते हैं और वाघा बॉर्डर का अपनी-अपनी तरफ का गेट बंद करते हैं। शनिवार को पाकिस्तान की ओर से काफी संख्या में लोग इस सेरेमनी को देखने पहुंचे, लेकिन भारत की ओर से बस कुछ ही लोग थे।

वीडियो में देखें- आतंकियों ने की सीआरपीएफ के दल पर फायरिंग

बता दें कि 2003 से ही दोनों मुल्कों के बीच सीजफायर उल्लंघन को लेकर मनमुटाव बना हुआ है। दोनों ही देश एक दूसरे पर आतंक फैलाने और हिंसा को लेकर आरोप-प्रत्यारोप करते रहते हैं। हाल ही में उड़ी में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा रहा है। 18 सितंबर को हुए इस हमले में 17 जवान शहीद हो गए जिसकी संख्या बाद में बढ़कर 18 हो गई। इसके बाद भारत की ओर से 29 सितंबर को किए गए ”सर्जिकल स्ट्राइक” में भारतीय जवानों ने 2 पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया। गौरतलब है कि दोनों ही देश नियमित रूप से वाघा बॉर्डर पर होने वाली इस सेरेमनी में हिस्सा लेते हैं।

वाघा बॉर्डर पर परेड करते भारतीय और पाकिस्तानी जवान। (Photo-AP)

मालूम हो कि उरी हमले के बाद से दोनों मुल्कों के रिश्तों में आई कड़वाहट तब और भी बढ़ गई, जब इस मामले में भारत की ओर से महाराष्ट्र के राजनीतिक दल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और कुछ बॉलीवुड हस्तियों ने भारत से पाकिस्तानी कलाकारों को भगा दिए जाने और उन्हें यहां काम नहीं दिए जाने की पैरवी की। शनिवार को वाघा बॉर्डर पर दोनों देशों के ध्वज नीचे किए जाने की प्रक्रिया दोनों मुल्कों की तरफ से फीमेल बॉर्डर गार्ड्स के मार्च से शुरू हुई। फिर एक पाकिस्तानी सिख जवान ने भारतीय समकक्ष के साथ हाथ मिलाया।

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वाघा बॉर्डर पर परेड करते भारतीय और पाकिस्तानी जवान। (Photo-AP)