पाकिस्तान सेना ने मंगलवार को दावा किया कि हिरासत में लिया गया ‘जासूस’ भारतीय नौसेना का एक सेवारत अधिकारी है जिसने बलूचिस्तान प्रांत और कराची में आतंकवाद को भड़काने के लिए इस्लाम अपना लिया। सेना प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने कहा, ‘कुलभूषण यादव एक सेवारत नौसेना अधिकारी है। जिसका प्राथमिक उद्देश्य कराची और बलूचिस्तान में आतंकवाद को भड़काना है।’ बाजवा ने सूचना मंत्री परवेज राशिद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘उसने इस्लाम अपना लिया और कबाड़ कारोबारी के रूप में गदानी में काम कर रहा था।’
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर में बाजवा के हवाले से बताया गया, ‘वह भारतीय गुप्तचर एजेंसी के लिए काम कर रहा था और पाकिस्तान में ‘रॉ’ का एक सक्रिय नेटवर्क है।’ संवाददाता सम्मेलन कथित भारतीय जासूस के छह मिनट के एक इकबालिया बयान वाले वीडियो के साथ शुरू हुआ। बाजवा ने दावा किया कि पाकिस्तान और बलूचिस्तान का नक्शा यादव के पास से बरामद किया गया है। वह सदस्यों का एक नेटवर्क स्थापित किया करता था, कोष मुहैया करता था, आतंकवाद के लिए देश में लोगों का इंतजाम करता था और उन्हें तस्करी कर लाता था।’ हालांकि भारत में सरकारी सूत्रों ने बताया कि यादव का गुप्तचर एजेंसी रॉ से कोई लेना देना नहीं है।
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत सरकार इन आरोपों को खारिज करती है कि पाकिस्तान में विध्वंसकारी गतिविधियों में शामिल व्यक्ति ने हमारे इशारे पर काम किया। हमारी जांच से खुलासा हुआ है कि भारतीय को ईरान से वैध व्यापार संचालित करने के दौरान प्रताड़ित किया जा रहा था। विदेश मंत्रालय उसके अपहरण को खारिज नहीं करता। गिरफ्तार व्यक्ति के बयान से साफ संकेत मिलता है कि यह सिखा पढा कर तैयार कराया गया है और हमें उसकी सलामती की चिंता है।