पाकिस्तान ने शनिवार रात अपने यहां स्थित बूचड़खानों का गंदा पानी सतलज नदी में छोड़ दिया, जिसके चलते न सिर्फ नदी का जलस्तर बढ़ गया बल्कि फिरोजपुर जिले के तेंदीवाला गांव का तटबंध भी क्षतिग्रस्त हो गया। सतलज नदी पाकिस्तान में पूरी तरह जाने से पहले अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित फाजिल्का जिले के इधर-उधर कई बार अपना रास्ता बदलती है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने फिरोजपुर के डेप्यूटी कमिश्नर के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान के गंधा सिंह वाला गांव में बूचड़खाना स्थित है, जहां से ड्रेन के जरिए गंदा पानी नदी में छोड़ा गया। तेंदीवाला गांव के पास नदी दोबारा भारतीय सीमा में प्रवेश करती है।
स्थित को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को हालात की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सीमा पर रिसोर्सेज की आपूर्ति तुरंत की जाए और संबंधित विभाग सेना के साथ मिलकर नया एक्शन-प्लान तय करे। इसके पहले भी सतलज में पानी बढ़ने के चलते काफी नुकसान हुआ था। तब भी पानी पाकिस्तान के तरफ से छोड़ गया था। हालांकि, पाकिस्तान के तरफ प्रदूषित जल नदी में छोड़ने से सीमा के पास रहने वाली आबादी पर स्वास्थ्य संबंधी ख़तरा मंडराने लगा है। वही, स्थानीय विधायक गुरजीत सिंह ने जिलाधिकारी को 15 के भीतर स्थिति पर रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बाढ़ की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव (जल संसाधन) को तेंदीवाला गांव में क्षतिग्रस्त तटबंध को जल्द से जल्द दुरूस्त करने को कहा है। साथ ही बाढ़ के पानी को डायवर्ट करने संबंधी प्रॉजेक्ट पर काम करने के लिए भी कहा है ताकि आने वाले समय में ऐसी स्थिति को हमेशा के लिए टाला जा सके। फिलहाल, टूटे हुए तटबंध पर काफी मात्रा में रेत और बजरी की बोरियों को रखा गया है और हालातो को कंट्रोल में करने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा पंजाब के अन्य बाढ़ प्रभावित हिस्सों में लोगो के राहत और बचाव कार्य पर भी समीक्षा बैठक में बात हुई।