Kargil Vijay Diwas 2019:  पूर्वी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एम एम नरावने ने शुक्रवार को कहा कि करगिल में ‘‘जबरदस्त हार’’ के बावजूद ऐसा लगता नहीं है कि पाकिस्तान ने इससे कोई सबक लिया है क्योंकि वह लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है। पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (जीओसी-इन-सी) नरावने ने कहा कि सेना किसी भी परिस्थिति के लिये तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘(करगिल) विजय के 20 साल पूरा होने के अवसर पर हम देश की रक्षा और सम्प्रभुता की सुरक्षा के लिये अपने आपको एक फिर सर्मिपत कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग कभी सबक नहीं लेते हैं, आपको उन्हें तब तक सबक सिखाते रहना पड़ता है, जब तक कि वे सबक सीख नहीं लेते। करगिल में जबरदस्त हार के बावजूद देश का पश्चिमी पड़ोसी बेकार के विवादों में शामिल रहता है और लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन कर रहा है।’’ ‘करगिल दिवस’ के अवसर पर उन्होंने मीडियार्किमयों से कहा, ‘‘जितनी जल्दी वे इसे खत्म करेंगे, उतनी जल्दी सबका विकास होगा।’’ नरावने को अगला वाइस चीफ आफ आर्मी नियुक्त किया गया है।

जीओसी-इन-सी ने 1999 के करगिल युद्ध में अपना जीवन बलिदान करने वाले सैनिकों को यहां पूर्वी कमान मुख्यालय फोर्ट विलियम में आयोजित एक कार्यक्रम में पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम में पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) अरूप राहा, नौसेना ऑफिसर इन-चार्ज, बंगाल क्षेत्र, कमोडोर सुप्रभो डे एवं सशस्त्र बल के अन्य सेवारत एवं सेवानिवृत्त अधिकारियों एवं र्किमयों ने हिस्सा लिया।

करगिल दिवस पर शुक्रवार को राज्यसभा में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने करगिल दिवस का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 1999 में भारतीय जवानों ने अभूतपूर्व शौर्य का परिचय देते हुए करगिल की पहाड़ियों पर से शत्रु को पीछे खदेड़ दिया और अपना कब्जा पुन: स्थापित किया। नायडू ने कहा कि देश इन जवानों का सर्वोच्च बलिदान कभी भुला नहीं सकेगा। इसके बाद सदस्यों ने करगिल युद्ध के शहीदों के सम्मान में कुछ पलों का मौन रखा।