जम्मू-कश्मीर में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीपी) को लेकर पाकिस्तान के रुख में बदलाव दिखने लगा है। पाक ने पीडीपी के प्रवक्ता नईम अख्तर को यहां एक कार्यक्रम के लिए वीजा देने से इनकार कर दिया है।
पाक ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर यहां सार्क यात्रा के तहत आने वाले हैं और प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान से फिर वार्ता शुरू करने की इच्छा जता चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस्लामाबाद में अगले हफ्ते होने वाली ट्रैक-2 कांफे्रंस के लिए अख्तर भी जान वाले थे। उन्होंने इस्लामाबाद जाने के लिए वीजा-आवेदन किया था, लेकिन पाकिस्तान ने मना कर दिया। सम्मेलन का आयोजन पाकिस्तानी बुद्धिजीवियों के संगठन जिन्ना इंस्टीट्यूट और नई दिल्ली की संस्था सेंटर फार डायलाग एंड रिकन्सीलेशन (सीडीआर) की ओर से किया जा रहा है। जिन्ना इंस्टीट्यूट की अध्यक्ष पूर्व मंत्री और अमेरिका में राजदूत रही शेरी रहमान हैं।
ट्रैक -2 सम्मेलन 26 और 27 फरवरी को होगा। इसमें आमतौर पर क्षेत्रीय स्थिरता, दोतरफा संबंधों और जम्मू-कश्मीर पर चर्चा होगी।
इस बाबत नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग की ओर से कोई टिप्पणी नहीं मिल पाई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि वीजा से इनकार इसलिए किया गया है कि पिछले साल की घटना की पुनरावृत्ति न हो, जब पाकिस्तानी उच्चायुक्त के हुर्रियत नेताओं से मिलने पर भारत ने एतराज जताया था। इसके बाद विदेश सचिवों की बातचीत रद्द हो गई थी।
भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने अख्तर को वीजा नहीं देने की खबर पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। एक अधिकारी ने कहा कि वे (पाकिस्तान) इस बात को अच्छी तरह समझते हैं कि किस वजह से बातचीत संकट में पड़ सकती है। इस मामले में अख्तर का पक्ष भी नहीं जाना जा सका ।