पाकिस्तान उच्चायोग में सोमवार रात राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में सरकार का प्रतिनिधित्व करने के कुछ देर बाद विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कई ट्वीट कर अपनी ‘नाराजगी’ जताई और ‘कर्तव्य’ की दुहाई देते हुए संकेत दिया कि वे इसके लिए भेजे जाने को लेकर नाखुश हो सकते हैं।
पांच ट्वीट में से पहले में पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि ‘नैतिक भावना, सिद्धांतों का अपमान करने के लिए।’ इसके ठीक बाद दूसरे ट्वीट में कहा गया, ‘खीझने के लिए या नफरत से भरने के लिए।’
तीसरे ट्वीट में कहा गया, ‘एक काम या सेवा करने को कहा गया।’ जबकि चौथे में कहा गया, ‘ एक ताकत जो एक व्यक्ति को नौतिक या कानूनी रूप से उसके दायित्वों से बांधती है। वहीं, आखिरी ट्वीट में कहा गया, ‘एक काम या कार्य जो एक व्यक्ति नैतिक या कानूनी कारणों से करने को बाध्य है।’
इससे पहले, कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सिंह ने संवाददताओं को बताया कि उन्हें सरकार ने कार्यक्रम में उसका प्रतिनिधित्व करने को कहा था।
उन्होंने कार्यक्रम में अपनी मौजूदगी के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘भारत सरकार को एक राज्य मंत्री को भेजना होता है। उन्होंने मुझे भेजा और मैं वहां गया और वापस आया।’
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें कार्यक्रम में शरीक होने को कहा था, उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार ने मुझे वहां जाने को कहा।’ पूर्व सेनाध्यक्ष सिंह ने ऐसे समारोह में हिस्सा लिया जहां विभिन्न कश्मीरी अलगाववादी जैसे मीरवाइज उमर फारूक, सैयद अली शाह गिलानी और यासीन मलिक भी मौजूद थे।