Operation Sindoor: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को पाकिस्तान के खिलाफ भारत के रुख को दोहराते हुए साफ तौर पर कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत केवल आतंकवाद पर ही हो सकती है। एस जयशंकर ने कहा कि हम पाकिस्तानी सेना पर हमला नहीं कर रहे थे, इसलिए सेना के पास बाहर खड़े होकर दखल ना देने का ऑप्शन था। लेकिन उन्होंने अच्छी सलाह न मानने का फैसला किया।

समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत और पाकिस्तान के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद होने पर कहा, ‘यह साफ है कि गोलीबारी बंद करने की मांग कौन कर रहा था। ऑपरेशन की शुरुआत में ही हमने पाकिस्तान को यह मैसेज भेज दिया था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं, न कि सेना पर और सेना के पास यह ऑप्शन है कि वह अलग खड़ी रहे और दखल ना दे। उन्होंने उस अच्छी सलाह को न मानने का फैसला किया। एक बार 10 मई की सुबह उन्हें बुरी तरह से नुकसान पहुंचा। सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि हमने कितना नुकसान किया और उन्होंने कितना कम नुकसान किया। यह साफ है कि गोलीबारी बंद करने की मांग कौन कर रहा था।’

जयशंकर की कई देशों के विदेश मंत्री से बात

सिंधु जल संधि पर क्या बोले विदेश मंत्री

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दोहराया कि जब तक पड़ोसी देश क्रॉस बॉर्डर टेरेरिज्म के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है, तब तक यह संधि स्थगित ही रहेगी। उन्होंने बातचीत में कहा, ‘सिंधु जल संधि स्थगित है और तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को नहीं रोका जाता। कश्मीर पर चर्चा के लिए एकमात्र चीज पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अवैध तौर से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है, हम उस चर्चा के लिए तैयार हैं।’

आतंकवाद के बारे में चर्चा करने को तैयार – विदेश मंत्री

विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे संबंध और व्यवहार पूरी तरह से द्विपक्षीय होंगे। यह कई सालों से राष्ट्रीय सहमति है और इसमें बिल्कुल भी बदलाव नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत केवल आतंकवाद पर ही होगी। पाकिस्तान के पास में आतंकियों की एक लिस्ट है। उसको यह सौंपने की जरूरत है। इतना ही नहीं जयशंकर ने कहा कि आतंकियों के ढांचे को बंद करना होगा। वे जानते हैं कि क्या करना है। हमने उनके साथ में आतंकवाद के बारे में चर्चा करने के लिए तैयार हैं। ऑपरेशन सिंदूर में दुश्मन के कितने सैनिक मारे गए?