पहलगाम हमले को अब कुछ दिन बीत चुके हैं, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच में रिश्ते हर बीतते दिन के साथ और ज्यादा तनावपूर्ण बनते जा रहे हैं। भारत सरकार साफ कर चुकी है कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा, ऐसे में किसी बड़े हमले की सुगबुगाहट तेज है। बड़ी बात यह है कि पूरा विपक्ष मजबूती के साथ सरकार के साथ खड़ा है, हर कार्रवाई को अपना समर्थन दे रहा है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी के बयान पर कहा कि हम ऐसी धमकियों से डरते नहीं हैं। वहीं बिलावल भुट्टो-जरदारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उनसे कहिए कि अपनी मानसिक स्थिति की जांच कराएं, वे किस तरह के बयान दे रहे हैं।
इसके ऊपर अब तो कई मुल्कों का समर्थन भारत को मिला है। बात चाहे अमेरिका की हो, फ्रांस की हो, इजरायल की हो या फिर ब्रिटेन की, सभी ने एक सुर ने में इस हमले की आलोचना की है। तुलसी गबार्ड ने तो एक कदम आगे बढ़ इसे इस्लामिक आतंकी हमला करार दिया है। रूस ने भी दावा किया है कि भारत कोई बड़ा कदम उठाने वाला है। इस समय पाकिस्तान में भी डर का माहौल है, वहां पर नेताओं की बौखलाहट भी साफ देखने को मिल रही है। भारत की वॉटर स्ट्राइक के बाद से ही पाकिस्तान लगातार गीदड़ भभकी दे रहा है।
कैसे हुआ था पहलगाम हमला?
अब जानकारी के लिए बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने पर्यटकों पर ही गोलीबारी कर दी थी, धर्म पूछकर उन्हें मारा गया था। उस कायराना हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हुई। उस हमले के बाद से ही पूरा देश आक्रोशित है और पाकिस्तान के खिलाफ बड़े एक्शन की मांग कर रहा है। भारत सरकार ने भी ऐसी ही कार्रवाई के संकेत दे दिए हैं, पीएम मोदी ने तो यहां तक कह दिया है कि आतंकियों को कल्पना से भी ज्यादा सजा मिलेगी।
भारत सरकार के अब तक के पांच सबसे बड़े फैसले-
- सिंधु जल समझौता रोक दिया है।
- अटारी बॉर्डर से आवाजाही बंद कर दी गई है।
- पाकिस्तानियों का वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द। 48 घंटे में देश छोड़ें।
- पाकिस्तान में भारतीय दूतावास बंद और भारत में भी पाकिस्तानी दूतावास बंद। 7 दिन में देश छोड़ें पाकिस्तानी राजनायिक।
- किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को अगले फैसले तक भारतीय वीजा नहीं।
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पहलगाम हमले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्ण सिंह ने कहा, “कदम उठाए गए हैं। जहां तक युद्ध का सवाल है, इससे दोनों तरफ बहुत विनाश होता है। अगर ऐसा न हो तो बेहतर है। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और स्थिति के अनुसार ही कोई फ़ैसला लेंगे।”
पहलगाम आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) करेगी। इसकी मंजूरी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दे दी है। सूत्रों के अनुसार आज देर शाम ही NIA को जांच की मंजूरी मिली।
पहलगाम हमले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने कहा, “कई लोगों ने विभाजन को लगभग रोक दिया था, लेकिन यह इसलिए हुआ क्योंकि मूल्यों में मतभेद थे। विभाजन हुआ और आज तक हम उस विभाजन के परिणामों के साथ जी रहे हैं। क्या हमें ऐसे ही जाना चाहिए? क्या विभाजन के अनसुलझे प्रश्न 22 अप्रैल को पहलगाम के पास घटित हुई भयानक त्रासदी में जाहिर नहीं होते?”
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के बयान पर कहा, “हम ऐसी धमकियों से डरते नहीं हैं।”
विदेश मंत्रालय के अनुसार ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि इस तरह के आतंकी हमलों को उचित नहीं ठहराया जा सकता और मानवता में विश्वास रखने वाले सभी लोगों को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के लोगों के गुस्से और पीड़ा को साझा किया तथा आतंकी हमले के पीछे के लोगों और उनके समर्थकों से दृढ़ता और निर्णायक तरीके से निपटने के उनके संकल्प को भी साझा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने आज बंदर अब्बास में हुए विस्फोट में जानमाल के नुकसान पर अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।”
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार के फैसलों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने कहा, “भारत सरकार सभी राजनीतिक दलों के समर्थन से जो कुछ कर रही है, उस पर टिप्पणी करना मेरे जैसे बाहरी व्यक्ति के लिए अभी बहुत जल्दी है। मैंने पढ़ा कि पाकिस्तान की ओर से क्या प्रतिक्रियाएँ आई हैं। मुझे लगता है कि यह मामला अभी भी चल रहा है और इस पर कोई भी टिप्पणी करना मेरे लिए बहुत जल्दी होगी। जो लोग सत्ता का इस्तेमाल कर सकते हैं और जिनके पास आवश्यक जानकारी है, वे इस बारे में सोच रहे हैं और आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं।”
उत्तर प्रदेश: सिंधु जल संधि पर जम्मू-कश्मीर के मंत्री जावेद राणा ने कहा, “सिंधु जल संधि के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। दुर्भाग्य से हमारा क्षेत्र सूखाग्रस्त क्षेत्र है। सिंधु जल संधि में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय भी शामिल है, लेकिन मैं कहूंगा कि हमें इससे वह लाभ नहीं मिला जो हमें मिलना चाहिए था। हमें अपने अधिकार, अपने पहाड़, पानी, अपनी नदियां, अपनी सरकार मिलनी चाहिए।”
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो-जरदारी के सिंधु जल संधि के निलंबन संबंधी बयान पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “उनसे कहिए कि अपनी मानसिक स्थिति की जांच कराएं, वे किस तरह के बयान दे रहे हैं। बहुत हो गया। अब हम यह सब बर्दाश्त नहीं करेंगे। अब कुछ दिन इंतजार कीजिए।”
पहलगाम हमले पर जम्मू-कश्मीर जेडी(यू) अध्यक्ष जीएम शाहीन ने कहा, “यह घटना पूरी मानवता के लिए शर्म की बात है, यह बर्बरता है। इस घटना को खत्म करने का समय आ गया है। 35 साल बीत चुके हैं, बहुत हो गया।”
बिलावल भुट्टो जरदारी के बयानों पर भाजपा नेता रविंदर रैना ने कहा, “पाकिस्तान जानता है कि भारत एक शांतिप्रिय देश है। लेकिन दुनिया भारत की ताकत को भी जानती है। बिलावल भुट्टो को 1965 याद रखना चाहिए जब भारतीय सेना ने लाहौर में तिरंगा झंडा फहराया था, और 1971 जब पाकिस्तानी सेना को ढाका से खदेड़ा गया था।”
भाजपा नेता रविंदर रैना ने कहा, “भारत और पूरे जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ गुस्सा है। पहलगाम में पर्यटकों पर हमला मानवता की हत्या है। पाकिस्तान के इन अपराधियों ने बहुत बड़ा अपराध किया है, जिसकी पाकिस्तान और आतंकवादियों को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर कहा, “पहलगाम में जो हुआ, वह बहुत दुखद और चिंताजनक है। ये स्थितियां दिन-प्रतिदिन बेकाबू होती जा रही हैं। आज पाकिस्तान की ओर से जो बयान आ रहे हैं, उन पर कठोर एक्शन लेने की जरूरत है
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “आज INC का मतलब इंडियन नेशनल कांग्रेस नहीं बल्कि PPP यानी पाकिस्तान परस्त पार्टी हो चुका है। बार-बार कांग्रेस और पाकिस्तान एक ही जुबान बोलते हैं… पहले रॉबर्ट वाड्रा ने पाकिस्तान और इस्लामिक जिहाद को क्लीन चिट दी और कहा कि ये सब हिंदुत्व की वजह से हुआ है.
चीन ने पाकिस्तान को 100 से ज्यादा पीएल 15 मिसाइलें भेजी हैं, 200 किलोमीटर तक की इसकी रेंज बताई जा रही है। पहलगाम तनाव के बीच इसे एक बड़े डेवलपमेंट के रूप में देखा जा रहा है।
ऑस्ट्रेलिया में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, मेलबर्न में हिंदुस्तानियों ने ही जमकर नारेबाजी की है। पहलगाम हमले को लेकर भीड़ में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है, इस समय कई खाली पड़ी इमारतों की भी तलाशी ली जा रही है। इंटेलिजेंस को लगातार सीक्रेट इनपुट मिल रहे हैं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बांट देना चाहिए और पीओके पर भारत को कब्जा करना चाहिए। सीएम की तरफ से पीएम मोदी से यह सीधी अपील की गई है।
उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “भारत को पाकिस्तान जैसे आतंकवादी देश के साथ व्यापारिक संबंध रखने में कोई रूचि नहीं है… हम भारत के किसी भी स्थान पर आतंकवाद को पनपने नहीं देंगे
अभिनेत्री राशि खन्ना ने कहा, “मैं हिंसा की निंदा करती हूं। मैंने कुछ वीडियो देखे हैं और जो कोई भी उन्हें देखेगा, उसका दिल जरूर टूटेगा…इसने हमारे देश को प्रभावित किया है। मुझे उम्मीद है कि हम एक राष्ट्र के रूप में इससे लड़ेंगे
बिलावल भुट्टो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘हम किसी को भी सिंधु पर सौदेबाजी नहीं करने देंगे। अपनी कमजोरियों को छिपाने और जनता को मूर्ख बनाने के लिए मोदी सरकार पाकिस्तान पर झूठे आरोप लगाकर सिंधु जल संधि को एकतरफा तौर पर निलंबित कर रही है। लेकिन मैं सुक्कुर में सिंधु नदी के किनारे खड़ा होना चाहता हूं और भारत को स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं कि सिंधु नदी हमारी है और हमारी ही रहेगी। इस सिंधु से या तो हमारा पानी बहेगा या तुम्हारा खून।’
रात को कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार विभिन्न पाकिस्तानी सेना चौकियों द्वारा बिना किसी उकसावे के फायरिंग की गई। भारतीय सैनिकों ने उचित जवाब दिया। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर के परिवार को लेकर बड़ी खबर आ रही है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक मुनीर का परिवार ब्रिटेन और न्यू जर्सी भाग चुका है। पाकिस्तान इसे लेकर कोई बयान अभी जारी नहीं किया है।
जम्मू-कश्मीर में पहलगाम हमले के बाद से ही आतंकियों के खिलाफ एक्शन तेज हो गया है। शोपियां, कुलगाम और पुलवामा में आतंकियों के घर को निशाना बनाया गया है, उन्हें बम से उड़ा दिया गया है। शुक्रवार को भी दो आतंकियों के घर को बुलडोजर से चकनाचूर कर दिया गया था।
ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मैं भारत के बहुत करीब हूं, मैं पाकिस्तान के भी उतना ही करीब हूं। कश्मीर को लेकर जो लड़ाई है वो तो हजारों सालों से चली आ रही है। हो सकता है शायद उससे भी लंबी चल रही हो। लेकिन यह हमला बहुत बुरा था।
एकनाथ शिंदे ने कहा, “यह जाति या धर्म का मामला नहीं है। हमारे पर्यटक जो वहां गए थे, उन पर गोली चलाई गई। उसने उन्हें बचाया। उसने आतंकवादियों की बंदूक छीनने की कोशिश की ताकि पर्यटकों पर गोली न चले, लेकिन एक अन्य आतंकवादी ने आकर उसे मार डाला। मैंने आदिल के परिवार से भी बात की। हमारे लोग भी वहां पहुंचे। वह अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उसके परिवार की हालत अच्छी नहीं है। शिवसेना उसे 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी देगी।”
पहलगाम हमले के बाद भारतीय समुदाय के लोगों ने लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “…कांग्रेस पार्टी देश की एकता पर हमला करने वाली ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सरकार के साथ खड़ी है…कांग्रेस पार्टी ने देश की एकता के लिए 2 प्रधानमंत्रियों का बलिदान दिया…कांग्रेस पार्टी देश के सर्वोत्तम हित में सरकार के हर फैसले का समर्थन करेगी…”
सिंधु जल संधि को निलंबित करने के केंद्र सरकार के फैसले पर AAP दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा, “… जब भाजपा को चीन से बदला लेना था तो इन्होंने टिक-टॉक बंद कर दिया… इन्होंने पाकिस्तान पर कोई कार्रवाई नहीं की उल्टा ऐसे काम कर दिए जिससे ज्यादा नुकसान भारत का होगा… पहलगाम भारत-पाकिस्तान सीमा से करीब 200 किलोमीटर दूर है। आतंकवादी कैसे 200 किलोमीटर अंदर तक घुसकर आ सकते हैं?.. वे हथियारों के साथ 200 किलोमीटर अंदर आए, लोगों पर गोलियां चलाई और फिर वे गायब हो गए…”
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने ट्वीट किया, “मैंने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में केंद्र सरकार के साथ एकजुटता व्यक्त की। पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले ने पूरे देश को व्यथित कर दिया है। इस तरह की कायरतापूर्ण हिंसा की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। सरकार और आंध्र प्रदेश के लोग पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुट हैं। हम भारत की सुरक्षा की रक्षा में प्रधानमंत्री मोदी जी के निर्णायक नेतृत्व को अपना पूरा समर्थन देने का संकल्प लेते हैं।”
पहलगाम हमले के खिलाफ कैंडल मार्च के दौरान राहुल गांधी ने गांधी स्मृति में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की