दूसरे शहर में जाकर शादी करने का चलन (डेस्टिनेशन वेडिंग) इन दिनों काफी तेजी से बढ़ा है। इसको देखते हुए हिमाचल को देश का सबसे बड़ा ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ केंद्र बनाने की तैयारी तेज हो गई है। हिमाचल पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) ने दूसरे शहरों में जाकर शादी करने के चलन को बढ़ावा देने की योजना तैयार की है। सरकार के मुताबिक इस मद से राज्य सरकार को सालाना करीब पांच करोड़ की आय होने का अनुमान है। संभावना जताई जा रही है कि इस आय को एक ही साल में दो गुना तक किया जा सकता है।
एक ही छत के तले सभी तरह की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी
इन आयोजनों के लिए जल्द ही हिमाचल की सरकार आयोजन के क्षेत्र में महारत रखने वाली एजंसियों से समझौते करने की तैयारी कर रही है। तय योजना के तहत राज्य के होटल आदि को विवाह स्थलों के तौर पर उपलब्ध कराया जाएगा और एक ही छत के तले सभी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
अभी देश के अन्य राज्य जैसे राजस्थान, केरल, ऊंटी, गोवा, अंडमान निकोबार, महाबलिपुरम, हैदराबाद, लखनऊ, गुरुग्राम जैसे इलाकों में भी यह सुविधा उपलब्ध है। शादियों के सीजन में लोग इन जगहों पर जाना पसंद करते हैं।
सोलन और शिमला की तीन- तीन, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी की एक संपत्ति शामिल
हिमाचल में सोलन और शिमला की तीन- तीन, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिले की एक संपत्ति को इस उद्देश्य के लिए शामिल किया है। इन होटल में मुख्यतौर पर शिवालिक, परवाणु, पाइनवुड, बड़ोग, कियारीघाट, द पैलेस, होटल सरवरी, कुल्लू समेत कई अहम जगह शामिल हैं। आयोजन को यादगार बनाने के लिए आम जनता को एक आलीशान और परंपरागत तरीके से विवाह के लिए माहौल तैयार करके दिया जाएगा। इसे परिवारों की रुचि और उनकी मांग के अनुरूप तैयार किया जा सकेगा।
पैकेज की शुरुआत करीब तीन लाख रुपए के आसपास से शुरू होगी
स्थल पर परिवारों के लिए आवास, भोजन, फोटोग्राफी, प्री वेडिंग शूट, सजावट, विंटेज कार, बैंड, लाइव कार्यक्रम जैसे अहम सुविधाएं उपलब्ध होगी। शादियों के लिए इस पैकेज की शुरुआत करीब तीन लाख रुपए के आसपास से शुरू होती है। अब तक इसके लिए 55 स्थल राज्य सरकार चिन्हित कर चुकी है और 35 स्थल तत्काल आयोजन के लिए तैयार है।
एक अनुमान के मुताबिक भारत में हर साल एक करोड़ शादियां होती है और भारत में विवाह को दूसरे बड़े उद्योग का दर्जा दिया जाता है, जोकि अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। हिमाचल पर्यटन विकास निगम ने इस चलन को बढ़ावा देने की योजना तैयार की। देश के युवाओं को पसंद आ रहा है यह नया अनुभव।