सूडान में हालात विस्फोटक बने हुए हैं। इस बीच सूडान में भारतीयों समेत कई अन्य देशों के नागरिक फंसे हुए हैं। इस बीच हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे भारतीयों के पहले जत्थे को मिशन ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत भारत के नौसैनिक जहाज आईएनएस सुमेधा से निकाला गया। भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी के जरिए वहां फंसे भारतीयों को बाहर निकालने का जिम्मा उठाया है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीयों का पहला जत्था मंगलवार को सूडान पोर्ट पहुंच चूका है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार (25 अप्रैल) को यह जानकारी दी।

पोर्ट सूडान से अब तक 300 से 500 भारतीयों की निकासी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि जहाज पर सवार 278 लोग पोर्ट सूडान से सऊदी अरब के शहर जेद्दाह के लिए रवाना हुए। भारत में सूडान के राजदूत अब्दुल्ला ओमर बशीर एलहुसैन ने भी बताया, “कल भारतीय नागरिकों की निकासी शुरू हो गई है। सूडान में अनुमानित भारतीय नागरिक 3000 हैं, उनमें से कुछ पर्यटक हैं और कुछ वहां काम करते हैं। पोर्ट सूडान से अब तक अनुमानित तौर पर 300 से 500 भारतीयों की निकासी की गई, अन्य की निकासी प्रक्रिया जारी है।”

वायु सेना भी जुटी रेस्क्यू ऑपरेशन में

भारतीय वायु सेना ने भी बताया कि पोर्ट सूडान से दो IAF C-130J विमानों ने 250 से अधिक कर्मियों को निकाला है। वायु सेना ने बताया कि पोर्ट सूडान से 135 भारतीयों का तीसरा जत्था IAF C-130J विमान से जेद्दाह पहुंचा। जेद्दाह में भारतीय वायुसेना ने भारतीयों को वापस घर लाने के लिए दो विमान तैयार रखे हैं। इससे एक दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि लगभग 500 भारतीय पोर्ट सूडान पहुंच गए हैं, जहां आईएनएस सुमेधा डॉक किया गया था। पोर्ट सूडान सूडान की राजधानी खार्तूम से लगभग 850 किलोमीटर दूर है। विभिन्न स्थानों पर भीषण लड़ाई की खबरों के साथ खार्तूम में स्थिति अस्थिर हो गई है।

ऑपरेशन कावेरी: जेद्दाह पहुंचे भारतीय

केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया, “जेद्दाह पहुंचे सभी लोगों के लिए भारत की आगे की यात्रा जल्द ही शुरू होगी।” वहीं, एक भारतीय वायु सेना गरुड़ विशेष बल अधिकारी एक बच्चे को सी-130 जे स्पेशल ऑप्स विमान में ले जा रहे हैं। जबकि भारतीय नागरिकों को सूडान से सऊदी अरब में जेद्दाह ले जाया जा रहा है। भारतीयों को वहां से निकालने के लिए भारत ने अपने सैन्य विमानों और युद्धपोतों को तैनात कर दिया है।

अधिकारियों ने कहा कि सूडान के हवाई क्षेत्र को बंद किए जाने के बाद से नौसेना के जहाज का इस्तेमाल किया जा रहा है। ‘ऑपरेशन कावेरी’ लॉन्च करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था कि भारत के जहाज और विमान भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के लिए तैयार हैं। सरकार ने कहा कि वह सूडान में फंसे हुए 3000 से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है।