Turkey Syria earthquake: तुर्की और सीरिया में भूकंप पीड़ितों के लिए राहत-बचाव अभियान में मदद करने गई भारतीय टीम करीब 13 दिनों बाद स्वदेश वापस लौट आई है। भारतीय सेना की मेडिकल टीम और एनडीआरएफ की टीम ने ऑपरेशन दोस्त के तहत स्थानीय भूकंप पीड़ितों के साथ ही दुनिया भर का दिल जीता है। विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करके सेना के अधिकारियों और जवानों के साहसिक मिशन की प्रशंसा की है। तुर्की और सीरिया को दुनिया भर में सबसे पहले मदद मुहैया कराने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कदम से भारत की साख बढ़ी है।
सेना की मेडिकल टीम ने तुर्की सरकार को कहा- थैंक्स
हिंडन वायु सेना स्टेशन, गाजियाबाद स्थित 60 पैरा फील्ड अस्पताल की चिकित्सा अधिकारी मेजर बीना तिवारी ने कहा कि हम ऑपरेशन दोस्त पूरा कर भारत वापस आए हैं। तुर्की में अस्पताल स्थापित करने के 1-2 घंटे में हमने मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि वहां हमारी मदद करने के लिए हम तुर्की सरकार का धन्यवाद करते हैं।
विदेश मंत्रालय ने की सेना और NDRF टीम की तारीफ
इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अलग से कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की अंतिम टीम तुर्की से लौट चुकी है। 60 पैरा फील्ड अस्पताल की टीम भूकंप प्रभावित तुर्की में निस्वार्थ सेवा के बाद भारत लौट रही है। बागची ने ट्वीट किया, “ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्की भेजी गई एनडीआरएफ की अंतिम टीम लौट आई है। 151 जवानों और श्वान दस्तों की तीन टीमों ने भूकंप प्रभावित तुर्की की मदद की।”
‘ऑपरेशन दोस्त’ की दुनिया भर में जमकर सराहना
तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भयानक भूकंप के तुरंत बाद भारत ने पीड़ितों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर ‘ऑपरेशन दोस्त’ शुरू किया था। तुर्की में भूकंप से करीब 46 हजार लोगों की मौत होने की खबर है।
भारतीय सेना की मेडिकल टीम और एनडीआरएफ की टीम को तुर्की के पीड़ितों और सरकार समेत दुनिया भर के लोगों ने सेवा भावना को लेकर सराहा है। तुर्की ने इस मदद के लिए भारत को शुक्रिया कहा है। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल कई दिल को छू लेने वाली तस्वीर और वीडियो में तुर्की के पीड़ित भावुक होकर भारतीय डॉक्टरों का माथा चूमते और भारतीय सेना के जवानों को गले लगाते दिखे।