यह भी कहा कि उन्होंने किसी की आलोचना नहीं की। चेतन ने युवाओं के ध्यान भटकने के विषय पर टेलीविजन पर प्रसारित एक चर्चा में उर्फी का नाम लेकर विवाद छेड़ दिया था।

उर्फी ने हाल ही में यहां एक साहित्य महोत्सव में एक चर्चा में उनका नाम घसीटने पर चेतन की आलोचना की थी। कहा था कि वह (उर्फी) कोई लेखक नहीं है और उनका साहित्य से कोई लेना-देना नहीं है। इसके बाद भगत की प्रतिक्रिया आई है।इंस्टाग्राम स्टोरीज पर भगत पर निशाना साधते हुए, उर्फी ने उपन्यासकार के चर्चा में आए वाट्सऐप संदेशों के ‘स्क्रीनशाट’ भी साझा किए, जिसने उन्हें 2018 के ‘मी टू’ मुहिम के दौरान मुश्किल में डाल दिया था। भगत ने इस पर कहा कि उन्होंने किसी की आलोचना नहीं की है।

उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘मैंने कभी भी किसी से बात नहीं की या किसी से चैट नहीं किया, न ही किसी से मिला या किसी को जानता हूं। ये सब कहां से फैलाया जा रहा है कि मैंने ऐसा किया है। यह फर्जी बात है। मुझे यह भी लगता है कि लोगों से इंस्टाग्राम पर समय बर्बाद करना बंद करके अपनी फिटनेस और करियर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहने में कुछ भी गलत नहीं है।

’पिछले दिनों साहित्य समारोह के दौरान, चेतन भगत ने कहा था कि सोशल मीडिया ‘ध्यान भटकाने वाला’ बन गया है। लेखक ने कहा था, ‘युवा रील देखते रहते हैं, वे लड़कियों की तस्वीरों को लाइक करने के लिए टैप करते हैं, वे टिप्पणियां लिखते रहते हैं। करोड़ों लाइक किए जाते हैं। उर्फी जावेद की तस्वीरें होती हैं।’ उनकी इस टिप्पणी पर मौजूद लोगों ने ठहाके लगाए थे। उन्होंने कहा था, ‘हर कोई जानता है। आप इसे कैसे जानते हैं? क्या यह आपके पाठ्यक्रम का हिस्सा है? क्या इससे आपको पदोन्नति मिलेगी? क्या आप किसी साक्षात्कार में जाकर यह कहेंगे ‘सर, मुझे उर्फी जावेद के सभी कपड़ों के बारे में जानकारी है? तो हो यह रहा है कि ये चीजें ध्यान भटका रही हैं।’

उन्होंने कहा था, ‘यह उसकी गलती नहीं है, वह जो कर रही है वह अपना करियर बनाने के लिए कर रही है …।’ उन्होंने कहा था कि वह ‘लोगों का सही दिशा में मार्गदर्शन करना चाहते हैं।’ उर्फी ने कहा, ‘मुझे एक बात समझ में नहीं आ रही। साहित्य महोत्सव में मेरा नाम लाने की क्या जरूरत थी? मैं कोई लेखक नहीं हूं। मेरा साहित्य से कोई लेना-देना नहीं है।’