ऑनलाइन गेम का शिकार बनकर पहले कई बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं। लगता है अब यह दौर फिर शुरू हो गया है। महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवड़ में 16 साल के एक बच्चे अपनी बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। पुलिस का कहना है कि बच्चे ने जो नोट छोड़ा था उसमें लड़के ने लॉगआउट नोट लेबल वाला मल्टीप्लेयर कॉम्बैट गेम का रणनीति चित्र बना हुआ है। इसके अलावा कई डायग्राम और नक्शे भी मिले हैं।
कुछ समय पहले ब्लू-व्हेल गेम भी चल रहा था। इस गेम में भी कई बच्चे जान गंवा चुके थे।

ब्लू-व्हेल गेम के भी कई बच्चे हुए थे शिकार

ब्लू व्हेल गेम एक सोशल मीडिया घटना थी जो 2016 के आसपास सामने आई थी। इसकी शुरुआत इसकी कथित तौर पर रूस से हुई थी। इसमें खिलाड़ियों को 50 दिनों में कई कार्य दिए गए थे, जिसमें अंतिम कार्य आत्महत्या करना था। इस गेम में मनोवैज्ञानिक रणनीति के माध्यम से किशोरों और युवाओं को टारगेट किया जाता था।

पिंपरी चिंचवड़ में बच्चे की मौत पर उसके पिता ने पुलिस से कहा कि उसकी नोटबुक में कुछ चित्र थे। उनसे पता चलता है कि वह एक टीम गेम में शामिल था। बच्चे की मां ने भी कहा है कि पिछले 6 महीनों से उसके व्यवहार में बदलाव आ गया था। वह आक्रामक अंदाज में बात करता था और हर काम में साहस दिखाने लगा था। बच्चा दसवीं कक्षा का छात्र है। उसके पिता नाइजीरिया के एक फर्म में काम करते हैं, मां इंजीनियर हैं।इससे शक है कि उसने ऑनलाइन गेम का शिकार होकर जान दी है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उसका लैपटॉप का पासवर्ड नहीं है। इसलिए वह खुल नहीं पा रहा है। फिलहाल पुलिस साइबर एक्सपर्ट से उसके लैपटॉप को ऑन करवाकर जांच कर रही है।

बच्चे के परिजनों के मुताबिक वह पढ़ने-लिखने में अच्छा था। इन दिनों वह कई तरह के ईमेल का उपयोग कर रहा था। घर वालों का कहना है कि वह अपने लैपटॉप की हिस्ट्री डिलीट कर देता था। लैपटॉप पर अपना हर काम बहुत ही छिपाकर करता था।