दिल्ली एयरपोर्ट पर पिछले दिनों एक तकनीकी खराबी की वजह से कई फ्लाइट देरी से उड़ान भरी थीं, कई दूसरे एयरपोर्ट्स की सेवाएं भी उस वजह से प्रभावित हुईं। अब बताया जा रहा है कि दिल्ली एयरपोर्ट ने अगर कई महीने पहले दी गई एक चेतावनी पर ध्यान दिया होता तो ऐसी दिक्कत ना आती।

जानकारी के लिए बता दें कि गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह AMSS सिस्टम में आई खराबी की वजह से 800 से ज्यादा फ्लाइट्स प्रभावित हुई थीं। कई उड़ानों को रीशेड्यूल करना पड़ा, जबकि कई देरी से रवाना हुईं। इसके ऊपर AMSS सिस्टम बंद होने की वजह से फ्लाइट प्लानिंग संदेशों की प्रक्रिया मैन्युअल तरीके से करनी पड़ रही थी। इस तकनीकी दिक्कत के चलते टर्मिनल 1, 2 और 3 पर यात्रियों की लंबी कतारें लग गई थीं। सोशल मीडिया पर लोगों ने बताया कि उन्हें कई घंटे इंतजार करना पड़ा। AMSS सिस्टम में खराबी आने की वजह से न सिर्फ दिल्ली एयरपोर्ट पर भीड़ बढ़ी, बल्कि उत्तर भारत के कई हवाई अड्डों पर भी इसका असर देखा गया।

अब आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स गिल्ड (ATC Guild) ने कई महीने पहले ही दिल्ली एयरपोर्ट को चेतावनी दी थी। उस चेतावनी में ऑटोमेशन की कई खामियों का जिक्र था, उन्हें ठीक करने के लिए भी कहा गया था। अभी के लिए डीजीएस और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एएआई और एयर नेविगेशन सर्विसेज से इस खराबी पर विस्तृत रिपोर्ट मांग ली है। शुरुआती जांच के बाद जरूर इस समस्या को सॉफ्टवेयर ग्लिच माना जा रहा है।

वैसे दिल्ली एयरपोर्ट प्रशासन के मुताबिक, अब सभी तकनीकी समस्याएं दूर कर दी गई हैं। सभी उड़ानें अपने तय समय पर रवाना होंगी और यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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