देश में रोज ओमीक्रोन के नए मामले बढ़ रहे हैं। अबतक कुल 100 से ज्यादा कोरोना के इस नए वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं। अब एक्सपर्ट्स ने आशंका जताई है कि ओमीक्रोन और डेल्टा मिलकर एक बड़ा खतरा बन सकते हैं।
कोरोना वायरस का डेल्टा स्ट्रेन पहले ही इस साल पूरी दुनिया में तबाही मचा चुका है। भारत में भी अप्रैल और मई में इससे हजारों लोगों की जान चली गई थी। अब, ओमीक्रॉन के साथ खतरा कई गुना बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कोई मरीज एक ही समय में डेल्टा और ओमीक्रोन दोनों से संक्रमित हो जाता है तो यह एक तरह का सुपर स्ट्रेन होगा, जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
मॉडर्ना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पॉल बर्टन ने यूके की संसद की विज्ञान और प्रौद्योगिकी समिति को बताया कि दुनिया भर में ओमीक्रोन जितनी तेजी से फैल रहा है, इसे देखते हुए सुपर स्ट्रेन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यूके के सांसदों से कहा कि यह बहुत संभव है कि दोनों वैरिएंट जीन को स्वैप कर सकते हैं। इससे एक और खतरनाक स्ट्रेन पैदा हो सकता है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी संभावना कम है, लेकिन ऐसा हो सकता है।
इस बीच, एक अध्ययन से पता चला है कि ओमीक्रोन वैरिएंट के साथ पुन: संक्रमण का जोखिम, अन्य स्ट्रेन की तुलना में पांच गुना अधिक है। यह स्टडी लंदन में इंपीरियल कॉलेज द्वारा किया गया है। स्टडी के परिणाम यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के उन लोगों के आंकड़ों पर आधारित थे, जो 29 नवंबर से 11 दिसंबर के बीच कोविड पॉजिटिव पाए गए थे।
ओमीक्रोन अबतक 91 देशों में फैल चुका है और इसके 27 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं भारत की बात करें तो 11 राज्यों में अभी ओमीक्रोन के 100 से ज्यादा मामले सामने आए चुके हैं। जानकारों का कहना है कि तेजी से फैलने वाले वैरिएंट ओमीक्रोन की वजह से देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है।