ओला कैब के सीईओ भाविश अग्रवाल की दादी और चाची की हत्या के मामले में पुलिस अभी तक खाली हाथ है। इन दोनों की लुधियाना में 29 जनवरी को हत्या कर दी गई थी। भाविश के परिवार ने पंजाब के डीजीपी से मिलकर आरोपियों को जल्द पकड़ने की गुहार लगाई है। इस मामले में पुलिस ने मेड को हिरासत में लिया था, लेकिन पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया।
पंजाब पुलिस के मुताबिक, इस डबल मर्डर को 29 जनवरी की दोपहर 1.30 बजे अंजाम दिया गया था। इसके पहले दोपहर 12.43 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को ब्लैंक कॉल मिला था। इसके बाद करीब 2.15 बजे उनके घर में काम करने वाली मेड पूजा ने सबसे पहले दोनों की लाश देखी और पुलिस को हत्या के बारे में सूचना दी।
जानकारी के मुताबिक, लुधियाना की शेर-ए-पंजाब कालोनी में भाविश के चाचा राकेश अग्रवाल रहते हैं। उनकी दादी और चाची भी यहीं रहते थे। भाविश की चाची का नाम डॉ. सरिता अग्रवाल (57) और दादी का नाम पुष्पावती अग्रवाल (84) हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, हत्या से पहले दोनों के साथ मारपीट की गई थी और सिर पर गहरी चोट के निशान भी मिले हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा संभव है कि सिर पर हथौड़े से वार किया गया हो।