ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे (Odisha Train Accident) के बाद रेलवे ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इस हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से दुर्घटना में प्रभावित लोगों के परिजन अपनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर 139 जारी किया है और इस पर कॉल करके पीड़ितों के परिजन अपनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जो इस दुखद हादसे में मारे गए हैं या फिर घायल हैं।

139 हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते कॉल

रेलवे बोर्ड के संचालन और व्यवसाय विकास की सदस्य जया वर्मा सिन्हा (Jaya Varma Sinha) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि हमारा हेल्पलाइन नंबर 139 उपलब्ध है। उन्होंने कहा, “हमारा हेल्पलाइन नंबर 139 उपलब्ध है और यह कोई कॉल सेंटर नंबर नहीं है, बल्कि हमारे वरिष्ठ अधिकारी इस नंबर पर किए गए फोन का जवाब दे रहे हैं। हम सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ितों के परिजन अपनों से मिल सके। हम उनकी यात्रा और अन्य खर्चों का भी ध्यान रखेंगे। जिन परिवारों के सदस्य की मृत्यु हो गई है या फिर घायल हैं, वह हमें इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।”

जया वर्मा सिन्हा ने आगे कहा, “सुरक्षा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सबूतों से छेड़छाड़ न हो और कोई भी गवाह प्रभावित न हो। गंभीर रूप से घायल हुए ट्रेन के चालक ने कहा कि ‘ग्रीन’ सिग्नल मिलने के बाद ही ट्रेन आगे बढ़ी। न तो उसने कोई सिग्नल जंप किया और न ही ट्रेन ओवरस्पीडिंग कर रही थी।”

मरने वालों का आंकड़ा 275, न कि 288

वहीं ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने मीडिया बताया कि मरने वालों की संख्या 275 है न कि 288। उन्होंने कहा कि कुछ बॉडी को दुबारा गिन लिया गया था। साथ ही उन्होंने बताया कि 275 में से 88 शवों की पहचान कर ली गई है वहीं 1,175 घायलों में से 793 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला उन सभी शवों का डीएनए परीक्षण कर रही है जो मुर्दाघर में हैं।

अभी 9 टीमें राहत बचाव कार्य में जुटी

डीजी एनडीआरएफ अतुल करवाल ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर चल रहे बचाव अभियान पर अपडेट देते हुए कहा, “बचाव अभियान कमोबेश पूरा हो गया है। कुल 9 राहत बचाव कार्य की टीमें काम कर रही हैं और 300 कर्मी ग्राउंड पर मौजूद हैं।”