ओडिशा सरकार सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए भारी वाहनों के चालकों के लिए मुफ्त चाय की व्यवस्था करेगी। ओडिशा के परिवहन मंत्री तुकुनी साहू ने गुरुवार को कहा कि नेशनल हाइवे पर ट्रकों से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए राज्य सरकार ने रात में यात्रा करने वाले भारी वाहनों के चालकों को मुफ्त चाय देने की व्यवस्था करने का फैसला किया है।

अधिकतर दुर्घटनाएं नेशनल हाइवे पर तड़के होती हैं क्योंकि ट्रकों और अन्य भारी वाहनों के चालकों को झपकी आ जाती है। साहू ने कहा कि इसलिए राज्य सरकार ने उन्हें तरोताजा रहने के लिए मुफ्त में चाय उपलब्ध कराने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (RTO) को नेशनल हाइवे पर सड़क किनारे होटलों और ढाबों की पहचान करने के लिए कहा गया है। इन जगहों पर वाहन चालकों को रात में नींद की झपकी से बचाने के लिए मुफ्त चाय की पेशकश की जाएगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि ड्राइवर वहां आराम भी कर सकते हैं।

ओडिशा में सड़क दुर्घटना में हर दिन 15 लोग गंवा रहे जान

परिवहन मंत्री टुकुनी साहू ने कहा कि सड़क दुर्घटना चिंता का कारण बन गई है। दुर्घटना को रोकने के लिए हमने रोड सेफ्टी बैठक की। प्रत्येक जीवन मेरे लिए मूल्यवान है। ऐसे में हमने इस तरह का कदम उठाया है। हमें उम्मीद है कि हमारे इस प्रयास में हर किसी से सहयोग मिलेगा। गौरतलब है कि ओडिशा में सड़क दुर्घटना में प्रति दिन लगभग 15 लोगों की जान जा रही है। पिछले साल राज्य में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 5467 लोगों की मौत हुई थी।

भारत में सड़क दुर्घटनाएं

2022 की रिपोर्ट के अनुसार,साल 2018 में सड़क दुर्घटनाओं के कारण भारत में होने वाली मौतों की संख्या 1 लाख 50 हजार 785 थी और 2021 में यह बढ़कर 1 लाख 53 हजार 792 हो गई। वहीं, 2010 में यह संख्या 1 लाख 30 हजार तक पहुंच गई। पिछले साल, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में 2020 की तुलना में 2021 में लगभग 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2021 में कुल सड़क दुर्घटनाएं 4 लाख 03 हजार दर्ज की गईं, जो एक साल पहले 3 लाख 54 हजार से ज्यादा थीं।