प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व वाली सरकार में पिछले नौ वर्षों में भारत में एयरपोर्ट (Airport in India) की संख्या में दुगनी वृद्धि हुई है। देश में 2014 में 74 एयरपोर्ट थे, जो 2023 में बढ़कर 148 हो गए। सरकार ने इस वृद्धि का श्रेय समग्र हवाई अड्डों और विमानन बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए सरकार के लगातार प्रयासों को दिया है।
ऐसी ही एक पहल है क्षेत्रीय संपर्क योजना – उड़े देश का आम नागरिक (RCS -UDAN), जिसके तहत 74 हवाई अड्डों को जोड़ने वाले 469 मार्गों को चालू किया गया है। इससे लाखों भारतीयों को किफायती हवाई यात्रा के विकल्प उपलब्ध हुए हैं।
उड़ान योजना ने हाल ही में पांच साल पूरे किए हैं। यह योजना अक्टूबर 2016 में आम नागरिक की आकांक्षाओं को पूरा करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इस योजना में टियर II और टियर III शहरों में बेहतर विमानन बुनियादी ढांचा और हवाई संपर्क के लिए विकसित किया गया।
सरकार के अनुसार हवाईअड्डों में वृद्धि स्थिरता की दिशा में निरंतर प्रयासों के साथ हुई है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airport Authority of India) ने 2024 तक अपने सभी शेष परिचालन हवाई अड्डों के लिए 100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी के लिए एक रोडमैप विकसित किया है। सरकार ने कहा कि उम्मीद है कि भारत में एक स्वच्छ, अधिक कुशल और समृद्ध विमानन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए उद्योग का विकास जारी रहेगा।
भारतीय घरेलू विमानन बाजार ने बहुत तेजी के साथ वृद्धि की है और यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन गया है। भारत अब अमेरिका और चीन के बाद तीसरा सबसे बड़ा घरेलू यातायात बाजार है। यात्रियों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि के साथ भारतीय एयरलाइंस नए क्षेत्रों में विस्तार की योजना बना रही हैं। हाल ही में टाटा समूह की कंपनी एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग कंपनियों को कुल 840 विमान खरीद का ऑर्डर दिया है। वित्त वर्ष 2020 में भारत में 274 मिलियन यात्रियों ने हवाई यात्रा की थी।