हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद अब पुलिस का एक्शन जारी है। पुलिस ने मंगलवार को बजरंग दल के नेता राज कुमार (बिट्टू बजरंगी) को फरीदाबाद के डबुआ इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है, जिसमे साफ तौर पर बिट्टू बजरंगी को भागते हुए देखा जा सकता है लेकिन पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब रही है।
बिट्टू बजरंगी पर 31 जुलाई को एक धार्मिक यात्रा के दौरान नूंह जिले में हुई हिंसा के संबंध में मामला दर्ज किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिट्टू बजरंगी के खिलाफ आईपीसी की धारा 148, 149, 332, 353, 186, 395, 397, 506 समेत आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
‘आतंकवादी की तरह लेकर जाना सही नहीं’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिट्टू बजरंगी के परिवार के लोगों ने भी उसकी गिरफ्तारी को लेकर अपना पक्ष रखा है। एक मीडिया चैनल से हुई बातचीत में बिट्टू बजरंगी के परिवार और पड़ोसियों ने कहा कि जिस तरह पुलिस उसे लेकर गई है यह तरीका सही नहीं था। उसे आतंकवादियों की तरह पकड़ कर ले जाया गया है।
वायरल हो रहे वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बिट्टू बजरंगी को पुलिस का एक अधिकारी कॉलर पकड़ कर ले जाता दिखाई दे रहा है। बिट्टू के एक पड़ोसी ने कहा कि ऐसे लेकर गए जैसे आतंकवादी हो।
कैसे सामने आया बिट्टू बजरंगी का नाम?
विश्व हिंदू परिषद यात्रा पर पथराव होने के बाद नूंह में हिंसा शुरू हुई थी। विश्व हिंदू परिषद की यात्रा पर 31 जुलाई को भीड़ के हमले करने के बाद नूंह में हिंसा शुरू हुई थी। बाद में इस हिंसा की आग गुरुग्राम सहित कई आसपास के इलाकों में भी फैल गई थी। इसमें दो होम गार्ड और एक इमाम सहित छह लोगों की जान चली गई थी. इससे पहले कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।
आरोप है कि इसमें से एक में बिट्टू बजरंगी ने कहा था कि ये बोलेंगे कि बताया नहीं कि हम ससुराल आए और मुलाकात नहीं हुई। फूल माला तैयार रखना, जीजा आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में बिट्टू के खिलाफ आईपीसी की धारा 295A के तहत केस दर्ज किया गया था। अगस्त की शुरुआत में उसे अरेस्ट किया गया और फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया। उसके बाद वो फरार हो गया था।