नगालैंड में कांग्रेस ने केंद्र की राजग सरकार पर क्रिसमस को कामकाजी दिन बनाकर उसका महत्व कम करने का प्रयास करने के लिए आज हमला किया।
नगालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एनपीसीसी) मीडिया सेल के अध्यक्ष कैप्टन जी के झिमोमी ने यहां एक वक्तव्य में कहा, ‘‘25 दिसंबर को विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत करके और इसे कामकाजी दिन बनाकर केंद्र की भाजपा सरकार का क्रिसमस के महत्व को घटाने का प्रयास करना भारतीय संविधान के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने पर सीधा हमला है।’’
नगालैंड कांग्रेस ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार का 25 दिसंबर को सुशासन दिवस घोषित करना और पीएमओ का क्रिसमस को कामकाजी दिन घोषित करना, मानव संसाधन विकास मंत्रालय का ईसाइयों के लिए इस शुभ दिन के अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए शिक्षण संस्थाओं को परिपत्र जारी करने की घटना ने एकबार फिर भाजपा सरकार के असली सांप्रदायिक परिचय का खुलासा कर दिया है कि वह आरएसएस और उससे संबद्ध धार्मिक चरमपंथियों के रहमो-करम पर है।’’
एनपीसीसी मीडिया प्रकोष्ठ ने यह भी कहा कि भाजपा-आरएसएस गठबंधन ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए उसकी असहिष्णुता का खुलासा कर दिया है, जिन्हें अब असुरक्षित महसूस कराया जा रहा है और सांप्रदायिक तापमान बढ़ाकर अपने ही देश में अवांछित महसूस कराया जा रहा है।
एनपीसीसी सभी सही सोच वाले नागरिकों से अपील करती है कि वह भाजपा-आरएसएस द्वारा शुरू किए गए इस धार्मिक अपवित्रीकरण की निंदा करें जो तालिबान शासन से अलग नहीं है और इसमें देश को तबाही के रास्ते पर ले जाने की पर्याप्त क्षमता है जिसको लेकर देश के पड़ोसी शत्रुओं को काफी खुशी होगी।