पासपोर्ट बनवाना और भी सरल हो गया है। अब से इसके लिए किसी दफ्तर जाने की जरूरत नहीं होगी। मोबाइल ऐप्लीकेशन की मदद से इसे बनवाया जा सकेगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद आवेदकों के घर पर ही इसकी डिलीवरी कराई जाएगी। यह जानकारी खुद विदेश मंत्री ने पासपोर्ट सेवा दिवस पर दी है।
मंगलवार (26 जून) को उन्होंने बताया, “अब पासपोर्ट सेवा ऐप्लीकेशन की मदद से लोग पासपोर्ट पाने के लिए देश के किसी भी हिस्से से आवेदन कर सकेंगे। पुलिस उसी पते पर आकर सत्यापन करेगी, जो आवेदन के दौरान ऐप पर मुहैया कराया गया होगा। बाद में उसी पर पासपोर्ट को पहुंचा दिया जाएगा।”
ऐप से पासपोर्ट पाने के लिए सबसे पहले आपको अपने स्मार्टफोन पर ‘पासपोर्ट सेवा’ को डाउनलोड करना पड़ेगा। यह ऐप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध है। ऐप डाउनलोडिंग के बाद इस पर नया पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करना होगा।
साथ ही पासपोर्ट के लिए अब शादी का प्रमाण पत्र देने की आवश्यक्ता नहीं पड़ेगी। विदेश मंत्री के मुताबिक, तलाकशुदा औरतों को पूर्व पति का नाम भी देना अनिवार्य नहीं है। ऐप के जरिए न सिर्फ नए पासपोर्ट का आवेदन किया जा सकेगा, बल्कि इससे जुड़े अन्य काम भी आसानी से निपटाए जा सकेंगे।
विदेश मंत्री ने इसके अलावा बताया कि पासपोर्ट में सबसे ज्यादा दिक्कत जन्मतिथि को लेकर आती थी, उसके लिए जन्म प्रमाण पत्र मांगा जाता था। अब हमने जन्मतिथि के लिए सात-आठ ऐसे कागजात शामिल किए हैं, जो इस समस्या का समाधान करेंगे। अब से डीएल या उसी की तरह सरकार से मान्यता प्राप्त दस्तावेज को माना जाएगा, जिस पर जन्मतिथि लिखी हो।
पासपोर्ट बनवाने को लेकर हाल ही में विवाद हुआ था। मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है, जहां पर एक दंपति के साथ पासपोर्ट अधिकारी ने बदसलूकी की थी। तन्वी सेठ नाम की महिला का आरोप था कि पासपोर्ट दफ्तर में एक अधिकारी ने उन्हें नाम बदलने के लिए कहा था, जबकि उनके मुस्लिम पति को धर्म परिवर्तन करने की सलाह दी थी।
