आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ई-कॉमर्स साइट अमेजन को कड़े शब्‍दों में कहा कि वह भारतीय प्रतीकों और आदर्शों को छोटा दिखाने से बचें और सही व्‍यवहार करें। 15 जनवरी की शाम को तीन ट्वीट के जरिए दास ने कहा, ”अमेजन, बेहतर व्‍यवहार कीजिए। भारतीय प्रतीकों और आदर्शों को छोटा दिखाने से बचिए। बेपरवाही को जोखिम आपका अपना होगा।” इसके बाद उन्‍होंने लिखा, ”अमेजन पर कमेंट भारत के नागरिक के रूप में हैं क्‍योंकि मैं ऐसा महसूस करता हूं। इसका ज्‍यादा अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।” तीसरे और आखिरी ट्वीट में दास ने लिखा, ”आर्थिक सुधारों, व्‍यापार में आसानी और खुले व्‍यवसाय के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। जब हमारे आदर्श शामिल होते हैं तो भावुक हो जाता हूं।” गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने अमेजन कनाडा की ओर से भारतीय तिरंगे वाले डोरमैट बेचने पर आपत्ति जताई थी।

1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अफसर शक्तिकांत दास 287 फरवरी को रिटायर होंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार सेबी के अगले चेयरमैन के लिए उनके नाम पर विचार किया जा रहा है। पिछले साल उनका नाम रिजर्व बैंक के गवर्नर की चयन प्रकिया में भी चला था। नासकॉम के प्रेसीडेंट आर चंद्रशेखर ने कहा कि सुषमा स्‍वराज और दास की टिप्‍पणियों को किसी कंपनी के खिलाफ नहीं देखना चाहिए। उन्‍होंने इंडियन एक्‍सप्रेस को बताया, ”मेरे लिए यह किसी कंपनी विशेष को निशाना बनाने का मामला नहीं है। किसी की इस मुद्दे पर कोई भी राय हो सकती है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे निवेश पर असर पड़ेगा। यह एक विचार था जो व्‍यक्‍त कर दिया गया। यह कोर्इ कानूनी आदेश नहीं है। मुझे लगता है कि हम काफी कुछ सोच लेते हैं लेकिन जब सरकार की ओर से कुछ कहा जाता है तब यह बिलकुल अलग मामला है। फिर यह निजी अभिव्‍यक्ति नहीं होती।”

अमेजन डॉट कॉम और अमेजन इंडिया की ओर से टिप्‍पणी मांगी गई लेकिन कोई जवाब नहीं आया। आपको बता दें कि पिछले सप्‍ताह सुषमा स्‍वराज को एक टि्वटर यूजर ने बताया था कि अमेजन कनाडा की साइट पर तिरंगे के डोरमैट बेचे जा रहे हैं। इस पर सुषमा ने यह प्रॉडक्‍ट वापस लेने और बिना शर्त माफी मांगने को कहा था। साथ चेतावनी दी थी कि यदि अमेजन ने माफी नहीं मांगी तो उसके किसी भी अधिकारी को भारतीय वीजा नहीं दिया जाएगा। इसके बाद अमेजन ने कनाडा पॉर्टल से यह उत्‍पाद वापस ले लिया था। अमेजन इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट और कंट्री मैनेजर अमित अग्रवाल ने भारतीय भावनाओं को चोट पहुंचने पर खेद जताया था। उन्‍होंने विदेश मंत्री को बताया कि जानकारी मिलने के बाद प्रॉडक्‍ट को तुरंत हटा लिया गया।