पद्मभूषण से सम्मानित प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई का गुरुवार को यहां निधन हो गया। वह भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों के जनक डॉ विक्रम साराभाई की पत्नी थीं। उनका निधन वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण हुआ। वह 97 वर्ष की थीं।

मृणालिनी साराभाई को बुधवार को अहमदाबाद स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन गुरुवार सुबह उन्हें घर ले आया गया, जहां उन्होंंने अंतिम सांस ली। मृणालिनी साराभाई की पुत्री एवं प्रमुख नृत्यांगना मल्लिका साराभाई ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर उनके निधन की घोषणा करते हुए लिखा, ‘मेरी मां मृणालिनी साराभाई अपने अनंत नृत्य के लिए चली गई हैं।’

चेन्नई के प्रसिद्व स्वामीनाथन परिवार में जन्मी साराभाई को शास्त्रीय नृत्य की विधाओं भरतनाट्यम और कथकली में महारत हासिल थी। उन्हें नृत्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मभूषण और पदम् श्री के अलावा अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

साराभाई की शिक्षा शांतिनिकेतन में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के निर्देशन में हुई। नाटक कला में अमेरिकी कला अकादमी में कुछ समय अध्ययन अध्यापन करने के बाद साराभाई भारत लौट आर्इं और भरतनाट्यम का प्रशिक्षण आरंभ कर दिया। अम्मा के नाम से लोकप्रिय साराभाई ने 1948 में दर्पण अकादमी आफ परफार्मिंग आर्ट की स्थापना की।

इस अकादमी से भरतनाट्यम और कथकली के करीब 18,000 छात्र उत्तीर्ण हो चुके हैं। उनका विवाह 1942 में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक एवं भौतिक विज्ञानी विक्रम साराभाई के साथ हुआ। मृणालिनी साराभाई के पुत्र एवं पर्यावरण शिक्षा केंद्र (सीईई) के संस्थापक कार्तिकेय साराभाई और पुत्री शास्त्रीय नृत्यांगना एवं समाजसेवी मल्लिका साराभाई हैं।