अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर केंद्र की राजग सरकार की निंदा करते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि पहले जब बजट पेश किया जाता था तो इस देश की अर्थव्यवस्था का मूल्यांकन जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के हिसाब से किया जाता था। यह देखा जाता था कि पांच साल में जीडीपी कितनी बढ़ी लेकिन आज अगर भारत की अर्थव्यवस्था का मूल्यांकन का मापदंड जीडीपी नहीं ग्लोबल मिजरी हंगर इंडेक्स (जीएमआइ) है। इसमें अर्थव्यवस्था का मूल्यांकन लोगों को पेश आ रही परेशानी के आधार पर किया जाता है।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने वित्त वर्ष 2020-2021 का आम बजट पेश किए जाने से पहले संवाददाताओं से कहा कि अमेरिकी अथर्शास्त्री ऑर्थर ओकून और रॉबर्ट बेरो ने जीएमआइ का इजाद किया। इसका आशय था – लोगों की परेशानी को मापने वाला इंडेक्स। अब इस इंडेक्स के चार पहलू बेरोजगारी दर, महंगाई दर, ब्याज दर और जीडीपी हैं। इन चार मापदंडों को जोड़कर एक स्कोर निकाला जाता है, जिसे मिजरी स्कोर कहते हैं। उन्होंने कहा कि अमूमन ये पाया गया है कि जो विकसित देश हैं, उसमें जब ये मिजरी इंडेक्स 10 से ऊपर जाता है तो सत्ता परिवर्तन होता है।
विकसित की अपेक्षा विकासशील देश में थोड़ी सहनशीलता ज्यादा होती है तो अमूमन जब ये मिजरी इंडेक्स 20 पर पहुंचता है या उससे ऊपर जाता है तो विकासशील देश में ये सत्ता परिवर्तन होता है। तिवारी ने कहा कि वर्ष 2020 में अगर आप इस मिजरी इंडेक्स के ऊपर भारत का मूल्यांकन करें तो जो हमारा बेरोजगारी दर है, वो लगभग 8.5 फीसद है। जो हमारा महंगाई दर है, वो लगभग 7.35 फीसद है। जो हमारा ब्याज दर है वो 9.4 फीसद है। अगर आप जीडीपी को 3.75 फीसद लगाएं तो यह स्कोर ज्यादा बनता है। उन्होंने आंशका जताई कि साल 2020 के खत्म होते तक यह स्कोर और भी ज्यादा बढ़ जाएगा।
ये वो जोन है जिसमें लोगों की परेशानी, उनका गुस्सा सड़क पर दिखना शुरूहोता है और सत्ता परिवर्तन का जो स्वरूप है, वो उजागर होना शुरूहोता है। अगर आप भारत की अर्थव्यवस्था के कोई भी मापदंड उठाकर देख लें तो वो इस मिजरी इंडेक्स को प्रमाणित करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले चार-पांच वर्ष में और खासकर जो ये आठ महीने एनडीए की दूसरी सरकार के निकले हैं, भारत की अर्थव्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है।
हमारा यह मानना है कि न तो इस सरकार के पास नीति है, न ही इस सरकार के पास दिशा है कि भारत की अर्थव्यवस्था को जिस गड्ढे में इन्होंने धकेला है, उससे इसको निकाल पाएं। दूसरी ओर कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि देश आर्थिक बर्बादी के कगार पर है। उन्होंने ट्वीट कर दावा किया कि देश आर्थिक बर्बादी की कगार पर है। प्रशासनिक दिवालियापन हावी है। सोच व दृष्टि शून्य है। प्रगति पर ग्रहण लगा है।

