उत्तर कोरिया ने समुद्र में कम दूरी की दो मिसाइल का परीक्षण किया। उत्तर कोरिया ने मंगलवार देर रात अपने पूर्वी समुद्र में छोटी दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइल दागीं। योनहाप न्यूज़ एजेंसी ने सियोल की सेना के हवाले से इस बात की जानकारी दी।
एजेंसी ने बताया कि अमेरिका-दक्षिण कोरिया सुरक्षा वार्ता के उद्घाटन सत्र के एक दिन बाद, उत्तर कोरिया ने बुधवार को पूर्वी सागर में दो छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि लॉन्च का प्योंगयांग के सुनान क्षेत्र से स्थानीय समय के अनुसार सुबह 3:30 बजे से 3:46 बजे के बीच पता चला। मिसाइलों ने समुद्र में गिरने से पहले लगभग 550 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भरी।
नॉर्थ कोरिया ने दागी मिसाइलें
यह मिसाइल लॉन्च दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा पिछले दिन सियोल में परमाणु सलाहकार समूह (NCG) की उद्घाटन बैठक के बाद हुआ। मीटिंग में अमेरिका ने अपने सहयोगी की रक्षा के लिए परमाणु हथियार सहित अपनी सैन्य क्षमताओं का उपयोग करने की प्रतिबद्धता जताई। दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ ने कहा कि देर रात उत्तर कोरिया ने राजधानी प्योंगयांग के पास एक इलाके से कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जो कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्व में समुद्र में गिरने से पहले लगभग 550 किलोमीटर तक उड़ीं।
जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरीं मिसाइलें
जापानी सेना ने कहा कि मिसाइलें जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिरीं और प्रभावित क्षेत्रों में मिसाइल से क्षति की फिलहाल कोई रिपोर्ट नहीं है। मिसाइल लॉन्च के विवरण जापानी सेना के आकलन के अनुरूप ही थे।
जेसीएस ने मिसाइल लॉन्च को उकसावे की कार्रवाई बताते हुए इसकी निंदा की। जेसीएस के मुताबिक, यह न केवल कोरियाई प्रायद्वीप पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी शांति को नुकसान पहुंचाता है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन है। योनहाप न्यूज़ एजेंसी ने पत्रकारों को भेजे गए एक संदेश में जेसीएस के हवाले से कहा कि हमारी सेना किसी भी उत्तर कोरियाई उकसावे का जबरदस्त जवाब देने की क्षमता रखती है।
उत्तर कोरियाई मिसाइलों ने करीब 550 किलोमीटर तक उड़ान भरी जो प्योंगयांग और दक्षिण कोरियाई बंदरगाह शहर बुसान के बीच की दूरी से मेल खाती है, जहां 1980 के दशक के बाद अमेरिकी परमाणु-सशस्त्र पनडुब्बी ‘यूएसएस केंटुकी’ मंगलवार दोपहर दक्षिण कोरिया की पहली यात्रा पर पहुंची थी। जापान के रक्षा मंत्री यासुकाजु हमादा ने संवाददाताओं से कहा कि उत्तर कोरियाई मिसाइलों का निम्न प्रक्षेपपथ था और उनकी अधिकतम ऊंचाई लगभग 50 किलोमीटर तक रही।