नोए़़डा पुलिस ने साल 2015 के दादरी के बिसाहड़ा मॉब लिंचिंग मामले में एक अहम सफलता हासिल की है। पुलिस ने मोहम्मद अखलाक की लिचिंग के मामले में रविवार रात को एक एनकाउंटर के बाद एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। अखलाक लिंचिंग मामले में यह आरोपी जमानत पर बाहर था।

इसके साथ ही यह गाजियाबाद में लूट के कई मामलों में आरोपी था। एसएचओ राकेश भदौरिया ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी हरिओम मोहम्मद अखलाक की लिंचिंग का साजिश रचने में शामिल था। दादरी के बिसाहड़ा में चार साल पहले इस अमानवीय घटना को अंजाम दिया गया था।

पुलिस ने बताया कि आरोपी हरीओम जमानत पर बाहर था। जेल में रहने के दौरान आरोपी ने एक गैंग बना लिया था। यह गैंग लूट की वारदातों को अंजाम देता था। एसएचओ भदौरिया के अनुसार पुलिस ने रविवार रात उसकी गतिविधि के बारे में पता लगाया। इसके बाद दोनों तरफ से हुई गोलीबारी के बाद हरीओम को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस के अनुसार हरिओम गाजियाबाद के मसूरी एरिया में कई लूट की योजनाएं बनाने और लूट की घटनाओं को अंजाम देने में शामिल था। अधिकारी ने बताया कि जारचा थाना क्षेत्र में गश्त के दौरान पुलिस ने हरिओम को रोका। पुलिस की तरफ से रोकने के बाद उसने पुलिस पर गोली चलाई।

इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर दिया। पुलिस ने हरिओम के पास से एक देसी पिस्तौल भी बरामद की। पुलिस ने हरिओम के खिलाफ हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। मालूम हो कि इस मामले में पिछले साल खबर आई थी कि जमानत पर बाहर दो आरोपियों विवेक और गौरव ने अखलाक के परिवार पर केस वापस लेने का दबाव बनाया था।

आरोपियों ने अखलाक के परिवार से केस वापस नहीं लेने की एवज में अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी। आरोपियों की धमकी पर अखलाक के बेटे ने केस वापस लेने से मना करते हुए कहा कि इस मामले का फैसला अदालत करेगी। इस घटना के बाद नोएडा के एसपी ने मामले की जांच करने की बात कही थी।