Nobel Prize Winner Abhijit Banerjee: सोमवार को रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ़ साइंस (नोबेल कमेटी) द्वारा वर्ष 2019 के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को संयुक्त रूप से पत्नी एस्थर डूफ्लो और माइकल क्रेमर के साथ दिया गया। बेटे अभिजीत और उनकी पत्नी एस्थर को नोबेल पुरस्कार मिलने के बाद मां निर्मला बनर्जी ने अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, “आज वह केवल मेरा ही बेटा नहीं बल्कि पूरे देश का बेटा है।”
बेटे-बहू की सफलता से गदगद: अभिजीत बनर्जी की मां ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि मैं दोपहर में एक किताब पढ़ रही थी, जब मुझे अपने छोटे बेटे से अभिजीत के नोबेल प्राइज जीतने की खबर मिली। उन्होंने आगे बताया कि बुक लॉन्च के लिए उसके इसी महीने भारत आने की संभावना है। इस दौरान वह एक दिन के लिए कोलकाता भी आएगा। बता दें कि निर्मला कोलकाता में सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज में अर्थशास्त्र की प्रोफेसर रह चुकी हैं। उनका घर दक्षिण कोलकाता के बल्लीगंज क्षेत्र में है। अभिजीत के पिता दीपक बनर्जी भी प्रेसीडेंसी कॉलेज (मौजूदा समय में विश्वविद्यालय) में अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर रहे हैं।
रचा यह कीर्तिमान: बता दें कि अभिजीत बनर्जी, रवींद्रनाथ टैगोर और अमर्त्य सेन के बाद नोबेल जीतने वाले तीसरे बंगाली हैं और अर्थशास्त्र में जीतने वाले सेन के बाद वह दूसरे हैं। गौरतलब है कि अमर्त्य सेन की तरह, बनर्जी भी प्रेसीडेंसी कॉलेज के पूर्व छात्र हैं, जो कि अब प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय है।
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मां ने बताई शोध की बात: अभिजीत बनर्जी के शोध कार्य के बारे में बात करते हुए उनकी मां निर्मला ने कहा कि यह इस शोध पर आधारित है कि गरीब अपने जीवन का प्रबंधन कैसे करते हैं? उन्होंने यह भी बताया कि अभिजीत सरल भाषा में लिखते हैं जो सभी के लिए समझना आसान है। निर्मला बनर्जी ने कहा कि अर्थशास्त्र लोगों के बारे में है, उनके कार्यों से संबंधित है जो कि समाज के बारे में है। यह भौतिक दुनिया के बारे में नहीं है। बकौल निर्मला हम हर साल तीन या चार बार मिलते हैं और हम अक्सर उसके काम के बारे में बात करते हैं।
अभिजीत की टीचर ने कही यह बात: कोलकाता के साउथ पॉइंट स्कूल में अभिजीत की टीचर दीपाली सेनगुता ने उनको एक प्रतिभाशाली और एक्सिलेंट छात्र के रूप में याद किया। उन्होंने कहा कि आज उन्हें जिस तरह की पहचान मिली है, उसकी कल्पना करना मुश्किल है। टीचर ने कहा- मैंने उन्हें छठी और आठवीं कक्षा में पढ़ाया। उनकी लिखावट खराब थी, जिसके लिए हमने उनकी मां को स्कूल बुलाया था, लेकिन वे हमेशा एक बेहतरीन छात्र थे जो हमेशा शिक्षकों का सम्मान करते थे।
ममता ने दी बधाई: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर लिखा- “अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीतने के लिए साउथ पॉइंट स्कूल एंड प्रेसिडेंसी कॉलेज कोलकाता के पूर्व छात्र अभिजीत बनर्जी को हार्दिक बधाई। एक और बंगाली ने देश को गौरवान्वित किया है।”