नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद अभिजीत बनर्जी ने मीडिया से भी बातचीत की। इस दौरान जब उनसे पीएम मोदी से हुई भेंट के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने एक चुटकुले से बात की शुरुआत की और कहा कि वह ये भी देख रहे हैं कि मीडिया किस तरह से उनसे मोदी-विरोधी बयान निकलवाना चाहता है।
अभिजीत बनर्जी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री ने चुटकुला सुनाकर बात की शुरुआत की और कहा कि मीडिया मुझे मोदी-विरोधी बातें कहने के लिए फंसाने की कोशिश कर रही है। वह टीवी देख रहे हैं, वह आपको भी देख रहे हैं, वह सब जानते हैं कि आप क्या कराने की कोशिश कर रहे हैं।’ अभिजीत बनर्जी ने बताया कि उनकी प्रधानमंत्री मोदी से नौकरशाही और प्रशासन के मुद्दों पर बातचीत हुई।
नोबेल पुरस्कार विजेता ने पीएम मोदी से मुलाकात के मुद्दे पर कहा कि “प्रधानमंत्री से मिलना उनके लिए सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री की दयालुता है कि उन्होंने मुझसे इस बारे में बात की कि वह भारत और इसकी विशेषता को लेकर क्या सोचते हैं।” बनर्जी ने बताया कि ‘उन्होंने बताया कि वह, खासकर गर्वनेंस के बारे में क्या सोचते हैं।’
#WATCH Nobel Laureate Abhijit Banerjee after meeting Prime Minister Modi: Prime Minister started by cracking a joke about how the media is trying to trap me into saying anti-Modi things. He has been watching TV, he has been watching you guys, he knows what you are trying to do pic.twitter.com/sDgXnSBQqI
— ANI (@ANI) October 22, 2019
बनर्जी के अनुसार, उन्होंने (पीएम मोदी) अच्छी तरह से समझाया कि वह किस तरह से ब्योरोक्रेसी में सुधार करने और इसे अधिक से अधिक जवाबदेय बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मशहूर अर्थशास्त्री ने कहा कि “मुझे लगता है कि यह भारत के लिए बेहद अहम है कि यहां ऐसी ब्योरोक्रेसी हो, जो जमीनी स्तर से जुड़ी हो और जिसे पता हो कि जमीनी स्तर पर जीवन कैसा है। जब तक ऐसा नहीं होता है, तब तक हमें अनुत्तरदायी सरकार ही मिलेगी।”
वहीं पीएम मोदी ने भी अभिजीत बनर्जी से मुलाकात को शानदार बताया। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी से मुलाकात शानदार रही। मानव सशक्तिकरण को लेकर उनका जुनून साफ दिखता है। हमने कई मुद्दों पर स्वस्थ चर्चा की। भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं।”
बता दें कि अभिजीत बनर्जी को उनकी अर्थशास्त्री पत्नी एस्थर डूफ्लो और एक अमेरिका अर्थशास्त्री माइकल क्रेमर के साथ संयुक्त रुप से साल 2019 के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। भारत में जन्में 58 वर्षीय अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी फिलहाल मेसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रोफेसर हैं।

