संजय लीला भंसाली की विवादों से घिरी फिल्म ‘पद्मावत’ को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिल चुकी है। मगर करणी सेना आदि संगठनों के उग्र तेवर से डरे कई राज्यों के मल्टीप्लेक्स मालिकों ने फिल्म दिखाने से हाथ खड़े कर दिए हैं। राजस्थान, गुजरात , मध्य प्रदेश और गोवा के मल्टीप्लेक्स मालिकों ने 25 जनवरी को फिल्म की स्क्रीनिंग न करने का फैसला किया है। खास बात है कि ये सभी राज्य भाजपा शासित हैं। देश भर के 75 प्रतिशत मल्टीप्लेक्स मालिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी इस बात की पुष्टि की है। यह फैसला राजपूत संगठनों के हिंसक प्रदर्शनों के चलते लिया गया है।
मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन अध्यक्ष दीपक ने कहा- “हमने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म की स्क्रीनिंग न करने का फैसला लिया है। क्योंकि हालात फिल्म दिखाने के अनुकूल नहीं हैं। लोगों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। हम तभी दिखाएंगे जब माहौल ठीक होगा। हम सुरक्षित माहौल की तलाश कर रहे हैं। ” दीपक ने बताया कि मल्टीप्लेक्स की ओर से प्राइवेट सिक्योरिटी गार्डस की भी तैनाती की गई है। ताकि किसी तरह की अराजक स्थिति से निपटा जा सके।
उधर मुंबई के सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर से जुड़े मनोज देसाई का कहना है कि अब तक कोई सुरक्षा नहीं मिली है, फिल्म रिलीज होने के दिन देने का आश्वासन मिला है । फिल्म के लिए 70 फीसद सीटें बुक हो चुकीं हैं। बता दें कि संजय लीला भंसाली की इस फिल्म पर शुरुआत से ही विवाद का साया रहा। राजस्थान में फिल्म की शूटिंग के दौरान संजय लीला भंसाली पर हमला भी हो चुका है। सेंसर बोर्ड के दबाव में फिल्म का नाम पद्मावती से पद्मावत करना पड़ा। भंसाली और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है। इस फिल्म का मामला सुप्रीम कोर्ट भी जा चुका है। मगर सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने से इन्कार किया।
