क्रिसमस के दिन स्कूलों को ‘‘खोले ’’ जाने के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के कथित प्रस्ताव से उपजे विवाद के बीच सरकार ने आज साफ कहा कि उस दिन स्कूलों को खोलने की उसकी कोई मंशा नहीं है।

यह मामला सदन में शून्यकाल के दौरान उठाए जाने पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा, ‘‘ क्रिसमस के मौके पर स्कूलों को खुला रखने की सरकार की कोई मंशा नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि केवल नवोदय स्कूलों में आनलाइन प्रतियोगिता की बात है, क्योंकि ये स्कूल आवासीय होते हैं और छुट्टी के बावजूद बच्चे स्कूल आवासों में रहते हैं।
रूडी ने 1987 के एक निर्देश का उल्लेख किया जिसमें नवोदय स्कूलों के बारें में कहा गया है कि सभी त्यौहार विद्यालयों में मनाए जाने चाहिए और प्रतियोगिताएं तथा ऐसी गतिविधियां परिसर में आयोजित की जानी चाहिए क्योंकि छात्रों को घर जाने की अनुमति नहीं होती है।

इससे पहले कांग्रेस के के. सी. वेणुगोपाल ने लोकसभा में उस ‘सर्कुलर’ की प्रतियां दिखायीं और कहा कि इसमें कहा गया है कि नवोदय ही नहीं सीबीएसई स्कूल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर पर स्कूलों में ‘‘सुशासन दिवस’’ मनाएंगे और इससे संबंधित कार्यक्रम आयोजित करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने कल सदन में ऐसे किसी सर्कुलर से इंकार किया था लेकिन यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है।

सरकार ने कहा था कि 25 दिसंबर पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन ऑनलाइन कार्यक्रम है लेकिन वेणुगोपाल ने कहा कि उनके पास दस्तावेज हैं जिनमें कहा गया है कि यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों है तथा नवोदय स्कूल ही नहीं बल्कि सीबीएसई स्कूल भी इसमें भाग लेंगे।

रूडी ने हालांकि बताया कि ऑफलाइन गतिविधियां केवल नवोदय स्कूलों तक सीमित हैं क्योंकि ये सौ फीसदी रिहायशी स्कूल हैं। कांग्रेसी सदस्यों ने इस पर कुछ आपत्तियां जतायीं लेकिन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसकी अनुमति नहीं दी। इस मुद्दे को लेकर कल भी हंगामा हुआ था।