प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और संघ पर निशाना साधा। मंगलवार (23 अगस्त) को हुए कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा कि जिन लोगों को कभी तिरंगे पर यकीन नहीं था वे लोग अब तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। नीतीश कुमार ने यह बातें ‘हम भीड़ हैं’ की रिलीज के वक्त कहीं। वहां पर कई लेखकों की मौजूदगी में अवार्ड वापसी अभियान का समर्थन करते हुए नीतीश ने कहा कि असहिष्णुता के खिलाफ बुद्धिजीवी लोगों को एकजुट हो जाना चाहिए। उस वक्त वहां पर मशहूर लेखक अशोक वाजपेयी भी थे। अवार्ड वापसी वाले अभियान के तहत उन्होंने भी साहित्य अकादमी अवार्ड लौटाने की घोषणा की थी। कार्यक्रम में नीतीश ने कहा, ‘जिन लोगों को कभी तिरंगे पर यकीन नहीं रहा वे लोग जब इसकी बात करते हैं तो मुझे अच्छा लगता है।’

वहीं, अशोक वाजयेपी का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘आपने असहिष्णुता के खिलाफ आवाज उठाते हुए अभियान चलाया था। वह अभियान रुकना नहीं चाहिए। जिस असहिष्णुता के मुद्दे को आपने उठाया था वह अब भी मौजूद है।’

इससे पहले मंगलवार को ही नीतीश कुमार ने बाढ़ से जूझ रहे बिहार के लिए पीएम मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने पीएम को बताया था कि बाढ़ से करीब 5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और करीब 2 लाख लोगों ने अपना घर खो दिया है। बता दें बिहार भारी बारिश और बाढ़ की समस्या से जूझ रहा है। नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि राज्य के 20 जिले बाढ़ से तबाह हो गए हैं। लेकिन पूरे नुकसान की जानकारी आंकलन के बाद ही दी जा सकेगी।

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