नीतीश कुमार के जेडीयू अध्यक्ष बनते ही उनकी पार्टी की तरफ से इंडिया गठबंधन के पीएम उम्मीदवार पर दावेदारी ठोक दी गई है। जेडीयू के सीनियर नेता केसी त्यागी ने मीडिया से बातचीत में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के विचारों के संयोजक हैं, विचारों के प्रधानमंत्री हैं।

JDU की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में क्या हुआ?

जदयू की बैठक में विपक्षी दलों को एक साथ लाने और जातिगत जनगणना की मांग की अगुवाई करने में नीतीश कुमार की भूमिका की सराहना की गई। इससे पहले बंद कमरे में हुई जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में ललन सिंह ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया और नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पार्टी को उनके नेतृत्व की आवश्यकता होगी, जबकि वह खुद अपना चुनाव लड़ने में व्यस्त होंगे।

बैठक में जातिगत जनगणना पर दिया गया ज्यादा जोर

बैठक में जिन प्रस्तावों पर चर्चा की गई, उनमें जातिगत जनगणना को आगे बढ़ाने और बिहार में ‘जाति सर्वेक्षण’ कराने के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना भी शामिल थी। इसके कारण राज्य सरकार ने आरक्षण को मौजूदा 60 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया। अब हर पार्टी इसका समर्थन कर रही है। जदयू कार्यकारिणी ने हाल के शीतकालीन सत्र के दौरान संसद से 146 विपक्षी सांसदों के निलंबन की भी निंदा की। नीतीश कुमार ने बैठक में कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों को अलग-अलग भूमिकाएं दी जाएं।