Nitin Gadkari , Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan: केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने मंगलवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। विजयन केरल में राष्ट्रीय राजमार्गों के चौड़ीकरण के मुद्दे पर गडकरी से मिलने के लिए आए थे। गडकरी ने विजयन का काम करवाने के लिए जैसा बर्ताव किया, वो सीएम के लिए किसी सुखद आश्चर्य से कम नहीं रहा होगा। द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम डेल्ही कॉन्फिडेंशियल के मुताबिक, विजयन ने गडकरी को बताया कि राज्य सरकार ने केंद्र की शर्त को मानते हुए पहले ही प्रस्ताव भेज दिया था। दरअसल, केंद्र ने केरल में जमीन की ऊंची कीमतों के मद्देनजर शर्त रखी थी कि हाइवे निर्माण का 25 प्रतिशत खर्च प्रदेश सरकार वहन करेगी।

यह बात सुनने के बाद गडकरी ने अपने अधिकारियों को तलब किया और उन्हें जमकर फटकार लगाई। मंत्री ने उन्हें याद दिलाया कि ‘मैं बॉस हूं।’ साथ ही अफसरों से पूछा कि प्रस्ताव को क्लियर करने में मंत्रालय की तरफ से देरी क्यों हुई? अफसरों को चेतावनी देते हुए मंत्री ने यहां तक कह दिया, ‘शुरुआती सालों में मेरे अंदर जरा सी नक्सली प्रवृत्ति भी थी। काश अगर मैं वैसा बन जाता तो तुम पर बुलडोजर चढ़वा देता।’ मंत्री ने अफसरों को अल्टीमेटम दिया कि शाम 5 बजे से पहले सभी कागजात तैयार हो जाने चाहिए। दिन खत्म होने तक क्लियरेंस मिल गई और सीएम विजयन खुशी-खुशी वापस लौटे।

गडकरी द्वारा अफसरों को कड़ा संदेश देने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। इससे पहले, दिसंबर 2018 में तुहीन ए सिन्हा की किताब ‘इंडिया इंस्पायर्स’ के लॉन्च के मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि सड़कें देश की संपत्ति है और इसकी क्वॉलिटी से समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर सड़कें खराब हुईं तो वह इससे जुड़े कॉन्ट्रैक्टर पर बुलडोजर चढ़वा देंगे। गडकरी ने कहा था, ‘लेकिन एक बात और भी है जिसे बोलने के लिए मुझे संकोच नहीं है। मैंने बड़े बड़े कॉन्ट्रैक्टर्स को कहा कि रोड खराब होगा तो बुलडोजर के नीचे तुम्हें डलवा दूंगा।’’