केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को माजुली द्वीप में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद बेचैनी की शिकायत की। गडकरी ब्रह्मपुत्र नदी में मालवाहक जलपोत को हरी झंडी दिखाने के लिए आए थे। गडकरी करीब एक घंटा भाषण देने के बाद अपनी कुर्सी पर अपना सिर पीछे टिकाकर आराम करते दिखे। इस मौके पर कार्यक्रम स्थल पर तैनात चिकित्सकों का एक दल गडकरी को देखने के लिए मंच पर पहुंचा। चिकित्सकों ने गडकरी का शर्करा स्तर और रक्तचाप की जांच की और उन्हें खाने के लिए एक केला दिया। इसके साथ ही स्पीकरों की ध्वनि काफी कम कर दी गई और उनकी सुविधा के लिए उनके पास पेडेस्टल पंखा लगा दिया गया।

माजुली के जिला चिकित्सा अधिकारी शशिधर फुका ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी का रक्तचाप अस्थायी रूप से बढ़ गया था और अब वह खतरे से बाहर हैं। बता दें कि पूर्वोत्तर में अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन प्रणाली को बढ़ावा देते हुए केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को ब्रह्मपुत्र से लगे पांडु-ढुबरी मार्ग पर मालवाहक पोत की आवाजाही को हरी झंडी दिखाई। केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि सुगम आवाजाही के लिए नदी पर पांच पुल बनाए जाएंगे। माजुली द्वीप पर हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ये पुल जोरहाट को नेमतीघाट, दिसांगमुख को टेकलीफुआ, लोउट को खाबलू, नुमालीगढ़ को गोहपुर और उत्तरी गुवाहाटी को गुवाहाटी से जोडे़ंगे।

मंत्री ने कहा, बड़ी संख्या में यात्रियों और वाहनों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए यहां जल्द ही रोल ऑन, रोल ऑफ (रोरो) फेरी सेवा शुरु की जाएगी। नदी किनारे आधुनिक और सभी सुविधाओं से लैस बंदरगाह बनाए जाने का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय जलमार्ग दो- गुवाहाटी में पांडु से असम-बंगाल की सीमा से लगे धुबरी- के जरिए मालवाहक जहाज की आवाजाही से रसद लागत कम हो जाएगी और 300 किलोमीटर सड़क दूरी कम होगी।