सरकार आय कर की दर में कटौती पर विचार कर रही है। यह बात नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने एनडीटीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही। राजीव कुमार ने कहा कि उन्हें इस बात का विश्वास है कि सरकार पर्सनल टैक्स में कटौती करने की उद्योग की मांग पर विचार कर रही है।
राजीव कुमार ने कहा, ‘मैंने सुना है कि पर्सनल टैक्स रेट में कटौती करने की मांग हो रही है और मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा और विचार कर रही है।’ राजीव कुमार की तरफ से यह बयान उद्योगपति आदि गोदरेज की तरफ से डिमांड बढ़ाने के लिए टैक्स में कटौती की बात के बाद आया है।
आदि गोदरेज ने कहा था कि अर्थव्यवस्था में खपत बढ़ाने के लिए सरकार को आर्थिक पैकेज के साथ पर्सनल टैक्स की दरों में कटौती करनी चाहिए। गोदरेज का कहना था कि हमें मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की दर को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
मालूम हो कि सरकार ने पिछले महीने अर्थव्यवस्था की सुस्ती को दूर करने के लिए बैकों का मर्जर, विदेशी निवेशकों के लिए टैक्स रेट में कटौती, कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती समेत कई उपायों की घोषणा की है। हालांकि, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को देश के जीडीपी ग्रोथ की अनुमानित दर में कटौती की।
रिजर्व बैंक ने पहले मौजूदा वित्त वर्ष में 6.9 फीसदी की दर से जीडीपी ग्रोथ का पूर्वानुमान व्यक्त किया। शुक्रवार को केंद्रीय बैंक ने अपने पहले के अनुमान में कटौती करते हुए अब मौजूदा वित्त वर्ष में विकास दर के 6.1 फीसदी रहने की उम्मीद जताई है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि आयोग के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था की विकास दर 6.5 फीसदी रहेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए अभी कई कदम उठाए जा सकते हैं। इसमें कई नीतिगत बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं। राजीव कुमार ने कहा कि तीसरी और चौथी तिमाही से अर्थव्यवस्था में तेजी देखने को मिलेगी।