Budget 2019: देश की पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में 2019- 20 का बजट पेश किया। इसमें 2024-25 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए रूपरेखा पेश की गई। इसके साथ ही सभी को बिजली, गैस कनेक्शन के साथ पक्का मकान और पेय जल उपलब्ध कराने की घोषणा की गई है।
निर्मला सीतारमण जब संसद के अंदर पहुंचीं तो सदन में उनकी बेटी वांग्मयी, मां सावित्री और पिता नारायण भी मौजूद थे। द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम डेल्ही कॉन्फिडेंशियल के मुताबिक, नारायण ने कहा कि उन्हें सीतारमण का बजट पसंद आया क्योंकि इसमें ‘क्रियान्वयन लायक प्रस्ताव’ थे। वहीं, वांग्मयी ने स्वीकार किया कि निर्मला अर्थशास्त्र में बहुत ज्यादा पारंगत नहीं हैं। उनकी बेटी ने कहा, ‘मुझे उन्हें देखकर बेहद गर्व होता है।’
सीतारमण पूर्व में चली आ रही परंपरा को छोड़ते हुए केंद्रीय बजट के दस्तावेज एक लाल बैग में लेकर पहुंचीं। यह परंपरागत ‘बही-खाते’ की याद दिला रहा था। भारतीय व्यापारी अमूमन अपना हिसाब-किताब बही खाते में रखते हैं। ब्रीफकेस से बही खाते की ओर जाने के बारे में मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने कहा कि सरकार ‘भारतीय परंपराओं’ का पालन कर रही है।
बता दें कि इससे पहले विभिन्न सरकारों में सभी वित्त मंत्री बजट दस्तावेज ब्रीफकेस में लेकर जाते रहे हैं। सीतारमण जो बजट दस्तावेज लाल रंग के बैग में लेकर पहुंचीं, जिस पर राष्ट्रीय चिह्न बना हुआ था। सीतारमण से पहले , पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी केंद्रीय बजट पेश करने वाली अब तक की और एकमात्र महिला थीं। 1970 में गांधी ने वित्त वर्ष 1970-71 का बजट पेश किया था।
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इससे पहले, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने भी शाम पांच बजे बजट पेश करने की अतीत की परंपरा को बदला था। उसके बाद से सभी सरकारों में बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाता रहा है।