देशभर में विभिन्न विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों की इस साल की रैंकिंग लिस्ट सोमवार (3 अप्रैल) को घोषित कर दी गई। मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा यह सूची जारी की गई है। रैंकिंग लिस्ट को तैयार करने में ‘राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद’ (नैक) और ‘नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिएशन’ (एनबीए) ने अपना योगदान दिया है। बता दें कि कॉलेज-इंस्टिट्यूट्स की रैंकिंग तय करने में उनके प्लेसमेंट रिकॉर्ड की भी अहम भूमिका होती है। चलिए जानते हैं इनमें से कुछ टॉप कॉलेज-इंस्टिट्यूट्स के प्लेसमेंट रिकॉर्ड्स के बारे में। आईआईटी में स्टूडेंट्स के लिए बेहतर से बेहतर पैकेज की मानो बाढ़ आ गई है। आलम ये है कि अब यहां के स्टूडेंट्स खुद विदेशी कंपनियों के ऑफर्स तक ठुकराने लगे हैं।

आईआईटी मुंबई के 3 स्टूडेंट्स को फेसबुक ने किया हायर: सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने प्लेसमेंट के पहले ही दिन 3 स्टूडेंट्स को हायर किया है। इन सभी को 1।42 करोड़ का पैकेज मिला है। बीते 2 सालों में फेसबुक आईआईटी के 5 स्टूडेंट्स को हायर कर चुका है।

आईआईटी कानपुर में मिल चुका अभी तक का सबसे ज्यादा पैकेज: बता दें कि 2016 में आईआईटी कानपुर के स्टूडेंट को अभी तक का सबसे ज्यादा (1।5 करोड़) पैकेज मिल चुका है। इस लिहाज से आईआईटी ही पैकेज के मामले में सबसे बेहतर संस्थान है।

क्या रहा आईआईटी दिल्ली का हाल: यहां के 20 से ज्यादा स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल पैकेज मिला था। यहां अलग-अलग सेक्टर की लगभग 300 कंपनियां अपने शानदार ऑफर्स के साथ पहुंचती है। इनमें कंसल्टिंग फर्म, फाइनेंशल फर्म, कोर इंजिनियरिंग फर्म, स्टार्ट अप्स, आईटी कंपनियां शामिल रहती हैं। आईआईटी दिल्‍ली के छात्र रोहन शर्मा को गूगल ने इसी साल 88 लाख का पैकेज दिया है।

प्लेसमेंट से पहले होता है ट्रेनिंग सेशन: ये सभी इंस्‍टिट्यूट्स प्लेसमेंट राउंड से पहले स्टूडेंट्स की बेहतर तैयारी के लिए ट्रेनिंग सेशन और वर्कशॉप रखते हैं। इसमें उन्हें कम्यूनिकेशन स्किल्स, प्रेजेंटेशन और इंटरव्यू स्किल्स, मॉक प्लेसमेंट टेस्ट के लिए तैयारी करवाई जाती है।

घरेलू कंपनियों का ऑफर चुन रहे स्टूडेंट्स: बीते साल स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल कंपनियों ने 1 लाख डॉलर से भी ज्यादा की सैलरी का ऑफर दिया है, लेकिन अधिकांस स्टूडेंट्स ने इनकी बजाय घरेलू कंपनियों के ऑफर को ही चुना। ये जॉब प्रोफाइल खासतौर पर यूएस के लिए थे।

लगभग 70% स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट कोर जॉब के लिए होता है। इनमें सबसे अधिक इंफर्मेशन टेक्नोलॉजी के अलावा कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग, मैथमैटिक्स स्ट्रीम के स्टूडेंट्स होते हैं।

फीमेल स्टूडेंट्स से बेहतर होती है रैंकिंग: इंस्टिट्यूट में कितने पर्सेंट फीमेल स्टूडेंट्स हैं, यह भी उसकी रैंकिंग को चढ़ाने में कारगर फैक्टर होता है। जितने ज्यादा पेटेंट होंगे, रैंकिंग में आने के उतने अच्छे चांस होंगे।

वहीं रैंकिंग में यूपी से हर कैटिगरी में संस्थान शामिल रहते हैं। वहीं, टॉप संस्थानों के अलावा लिस्ट में प्राइवेट कॉलेज ही हमेशा आगे होते हैं। मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट्स की लिस्ट में यूपी से कुल 6 इंस्टिट्यूट हैं। इनमें आईआईएम लखनऊ और आईआईटी कानपुर को छोड़ दें तो टॉप 50 की लिस्ट में कोई भी सरकारी मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट नहीं है।

आईआईएम भी नहीं दौड़ में ज्यादा पीछे: बीते महीने आईआईएम कलकत्ता के स्टूडेंट्स को 70 लाख तक का पैकेज मिला। यह इस संस्थान के लिए अब तक का सबसे बड़ा पैकेज रहा। इस साल इंटरनेशल कंपनियों ने 474 ऑफर इस संस्थान के छात्रों के लिए दिए। इसमें फाइनेंस सेक्टर में सबसे ज्यादा प्लेसमेंट हुआ।

आईआईआईटीएम में मिल चुका है 25 लाख रुपये तक का पैकेज: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट ग्वालियर (IITM)के स्टूडेंट्स शुभम अग्रवाल को 2016 में 25 लाख रुपये का पैकेज मिला था। उस दौरान इस संस्थान ने आईआईएम इंदौर और कोझिकोड को भी पीछे छोड़ दिया था।

DTU के छात्र को उबर से मिला 71 लाख रुपये का पैकेज: इसी साल फरवरी में दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) के छात्र सिद्धार्थ को उबर से मिला 71 लाख रुपये का पैकेज मिला। डीटीयू कैंपस में अभी तक इंटरनेशनल प्लेसमेंट की सबसे बड़ी पेशकश सालाना 1।25 करोड़ रुपये की रही है। 2015 बैच के चेतन कक्कड़ को गूगल द्वारा यह पेशकश की गई थी।

डीयू के स्टूडेंट्स को मिला 1 करोड़ का पैकेज: डीयू के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के स्टूडेंट जयंत बबानी को भी सिंगापुर की एक कंपनी ने 1 करोड़ का पैकेज दिया है। इसके साथ ही एफएमएस स्टूडेंट्स प्रणव गुप्ता और प्रवीण रेड्डी को 55 लाख रुपये की हाई सैलरी के साथ कंपनियों ने चुना। वहीं पीजीडीएम नोएडा में 3।12 लाख का पैकेज ही सबसे अधिक रहा है।