निर्भया रेप कांड के सात साल बाद वरिष्ठ पत्रकार अजित अंजुम ने पीड़िता के दोस्त को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है। अंजुम ने कहा है कि पीड़िता का दोस्त चैनलों पर उस रात की घटना की आपबीती सुनाकर लाखों वसूल रहा था। उन्होंने कहा कि निर्भया का दोस्त दरिंदगी की दास्तां सुनाने के लिए पैसे लेता था। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट्स कर कई खुलासे किए हैं।

उन्होंने ट्वीट कर बताया कि ‘वाकया सितंबर 2013 का है। निर्भया कांड के आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी। सभी चैनलों पर निर्भया कांड के बारे में लगातार कवरेज हो रही थी। मैं उस वक्त ‘न्यूज 24′ का मैनेजिंग एडिटर था। निर्भया का दोस्त कुछ चैनलों पर उस जघन्य कांड की कहानी सुना रहा था। मैंने भी अपने रिपोर्टर्स को निर्भया के दोस्त को अपने स्टूडियो लाने की जिम्मेदारी दी। कुछ देर में मुझे बताया गया कि उसका दोस्त अपने चाचा के साथ ही स्टूडियो जाता है और इसके बदले हजारों रुपए लेता है। सुनकर पहले तो यकीन नहीं हुआ। उस लड़के पर बहुत गुस्सा भी आया।’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा ‘मैं इस बात पर बौखलाया था कि जिस लड़के के सामने उसकी गर्लफ्रेंड गैंगरेप और दरिंदगी की शिकार होकर दुनिया से रुखसत हो गई हो, उसकी दास्तान सुनाने के बदले वो लड़का चैनलों से ‘डील’ कर रहा है। मैं उसको लगातार टीवी पर देख रहा था। मुझे उसकी आंखों में कभी दर्द नहीं दिख रहा था।’

उन्होंने आगे कहा ‘इतना कुछ जानकर मैंने स्टिंग करने का फैसला किया। स्टूडियो इंटरव्यू के लिए 70 हजार दिए गए। स्टूडियो में जब वह आया तो हमने इंटरव्यू के दौरान ही उससे सवाल किया कि आप उस रात की आपबीती सुनाने के लिए पैसे लेते हैं। हालांकि इस इंटरव्यू को सिर्फ रिकॉर्ड किया गया और ऑन एयर नहीं किया गया। मुझे लगा कि अगर इसे ऑन एयर किया जाएगा तो आरोपी इसका फायदा उठा लेंगे।’

https://youtu.be/nqR8h8Eafgs

पत्रकार ने आगे बताया ‘मैंने इंटरव्यू के बाद निर्भया के दोस्त को खूब जलील किया। मैंने उससे कहा कि तुम्हारी दोस्त तुम्हारी आंखों के सामने दरिंदगी की शिकार हुई, तुम बच गए वो मर गई और तुम उस वारदात को सुना-सुनाकर चैनलों से लाखों रुपए कमाने में लगे हो?’

बता दें कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली के मुनीरका में 6 लोगों ने चलती बस में पैरामेडिकल की छात्रा ‘निर्भया’ से गैंगरेप किया था। इसके बाद उसे और उसके दोस्त को चलती बस से सड़क पर फेंक दिया गया था। इस गैंगरेप ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।

कौन हैं अजित अंजुम: अजित अंजुम एक पत्रकार होने के साथ-साथ एक लेखक भी हैं। उन्होंने न्यूज 24 चैनल के मैनेजिंग एडिटर और टीवी9 भारतवर्ष के साथ कंसल्टिंग एडिटर के तौर पर काम किया है। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान को लेकर उन्हें 2010 में रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।