तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 9 साल के एक बच्चे को इतनी बुरी तरह पीटा कि उसे चितरंजन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराना पड़ा। बच्चे की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह तेज हवा चलने से फट चुके टीएमसी के पोस्टर से पतंग बनाना चाहता था। पांचवीं क्लास में पढ़ने वाला शहील मोल्लाह गरीब परिवार से है। उसके पिता की आमदनी सिर्फ 3,000 रुपए महीने है। शहील ने बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था जब उसने हवा से फट चुके उस पोस्टर को देखा। उसने बताया, “मुझे लगा इससे एक अच्छी पतंग बनाई जा सकती है।” उसे टीएमसी के कुछ कार्यकर्ताओं ने पोस्टर उतारते हुए देख लिया, जिसके बाद वह उसे पकड़ कर कथित तौर पर टीएमसी के कद्दावर नेता ऐजुल सरदार के पास ले गए। आरोप है कि सरदार ने शहील को बुरी तरह पीटा।
शहील ने बताया, “मैं उन्हें लगातार बताता रहा कि मैं बस पोस्टर से पतंग बनाना चाहता था, पर उन्होंने मेरे हाथ बांध दिए और मुझे लात-घूंसों से पीटा। जो आखिरी बात मुझे याद है वह यह कि उन्होंने मुझसे कहा कि अपने पिता से कहना कि ‘हम तुझे और तेरे पिता दोनों को मार डालेंगे’।”
दूसरी ओर विधायक शौकत मोल्लाह ने सभी आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहा कि यह वामपंथी दलों की साजिश है। उन्होंने कहा कि बच्चा खो गया था और टीएमसी कार्यकर्ता सिर्फ उसे ढूंढ़कर वापस उसके माता-पिता के पास ले गए थे। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।
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