बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले की जांच अब NIA करेगी। अभी तक इस मामले की जांच CCB और कर्नाटक पुलिस के हाथ में थी। लेकिन किसी तरह की कामयाबी हाथ नहीं लगी है। अब गृह मंत्रालय ने मामला एएनआई को सौंप दिया है। शहर के मशहूर रामेश्वरम कैफे में हुई इस घटना में कम से कम 10 लोग घायल हो गए थे और सभी का इलाज कई निजी अस्पतालों में चल रहा है। कर्नाटक सरकार ने इन घायलों को मुआवजा देने का ऐलान भी किया है।
मामले से जुड़े अपडेटस
सीएम सिद्धारमैया ने भी विस्फोट स्थल का निरीक्षण किया और अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। उन्होंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक अध्यक्षता की और उन्हें मामले की निष्पक्ष जांच करने का निर्देश दिया था।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक संदिग्ध 28 से 30 साल के बीच का कोई शख्स है और वह दोपहर के वक्त कैफे में आया था। उसने यहां रवा इडली के लिए एक कूपन खरीदा लेकिन इडली खाए बिना ही कैफे से चला गया। माना जा रहा है कि उस ही शख्स ने बैग वहां छोड़ा था। बेंगलुरु पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के स्नैपशॉट भी जारी किए जहां उसका चेहरा मास्क और कैप से ढका हुआ दिखाई दे रहा है।
CEO ने क्या कहा?
रामेश्वरम कैफे के सह-संस्थापक और सीईओ राघवेंद्र राव ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और सख्त कार्रवाई होने की बात कही। साथ ही राघवेंद्र राव ने कहा कि आपसी कंपटीशन जैसी कोई बात यहां नहीं है और इस पूरे मामले में ऐसा कोई एंगल भी नहीं है। इस बीच, विपक्ष ने सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला किया और कहा कि बम विस्फोट के तथ्य छिपाए जा रहे हैं। फिलहाल मामले की जांच एएनआई को सौंप दी गई है।