राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार (26 दिसंबर, 2018) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में 17 स्थानों पर छापेमारी कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया। जांच एजेंसी को शक है कि ये कथित तौर पर आईएस के एक मॉड्यूल का हिस्सा हैं। इस कथित समूह का संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सुहैल उर्फ हजरत (29) है जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा का मूल निवासी है। जहां वह हकीम महताबउद्दीन हाशमी रोड स्थित एक मदरसे में मुफ्ती है। अभी वह उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में रह रहा है। मुफ्ती ने तीन-चार महीने पहले समूह की कथित तौर पर स्थापना की और आईएसआईएस से जुड़े ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करके अपने सदस्यों को उकसाया। एजेंसी द्वारा एक वीडियो जब्त किया गया है जिसमें सुहैल को यह कहते सुना जा सकता है कि सर्किट का उपयोग कर कैसे बम तैयार किया जा सकता है। आरोप है कि सुहैल ने टीम के अन्य सदस्यों को हथियार, विस्फोटक और अन्य सामान खरीदने का जिम्मा सौंपा था ताकि रिमोट से नियंत्रित बम और पाइप-बम तैयार किया जा सके।

वहीं टाइम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार राज शेखर झा ने भी आईएसआईएस संदिग्ध मोहम्मद सुहैल से जुड़ा वीडियो शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘दौलत-ए-इस्लामिया का हिंदुस्तान में पहले बम का इब्तिदा (शुरुआत)। इन लोगों की भयावह योजना थी।’ अपने ट्वीट में झा ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि वीडियो आईएसआईएस संदिग्धों में एक मोहम्मद सुहैल के मोबाइल से बरामद किया गया है। जानना चाहिए कि वीडियो में एक शख्स कहता नजर आ रहा है कि दौलत-ए-इस्लामिया का हिंदुस्तान में पहले बम का इब्तिदा (शुरुआत)। वीडियो में वह बम और इसके उपकरण की जानकारी दे रहा है। मोबाइल रिमोर्ट का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है।

दूसरी तरफ संदिग्धों की गिरफ्तारी पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे एएनआई की बड़ी कामयाबी बताया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक सिंह ने कहा कि एनआईए को इस बड़ी कामयाबी पर बधाई। वहीं संदिग्धों को पकड़ने वाली एजेंसी ने बताया कि इनके कब्जे से भारी मात्रा में विस्फोटक, हथियार और गोलाबारूद बरामद किया गया है। रॉकेट लॉन्चर भी बरामद किया गया।

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