नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने दिल्ली में खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके एयर पॉल्यूशन और स्मॉग से निपटने में “ढिलाई” दिखा रही दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। शहर में क्रेन के जरिए पानी का छिड़काव करने के सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए एनजीटी ने पूछा कि इस काम के लिए क्रेन का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है, हेलीकॉप्टर का क्यों नहीं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में शहर में फैली धुंध को नियंत्रित करने के लिए कुछ घोषणाएं की थी। सरकार ने एलान किया था कि सोमवार से सभी स्कूलों को तीन दिन के लिए बंद किया जाएगा और पांच दिन के लिए निर्माण कार्यों पर रोक लगाई जाएगी । साथ ही कहा गया था कि पानी का छिड़काव भी किया जाएगा।
प्रदूषण पर एनजीटी सख्त, 48 घंटों में मांगा केंद्र से जवाब:
हालांकि, एनजीटी ने सरकार के इस तरीके पर सवाल खड़े किए और पूछा कि सरकार ने प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए क्या बड़े कदम उठाए हैं? आप क्यों क्रेन से पानी का छिड़काव कर रहे हैं, हेलिकॉप्टर से नहीं? एनजीटी की बेंच ने सरकार से पूछा, “दिवाली और फसल जलाना के बारे में पहले से जानकारी होती है। क्या आपने अगस्त या सितंबर माह में प्रदेश को इससे होने वाले प्रदूषण से बचाने के लिए कोई भी मीटिंग बुलाई?” न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एनजीटी ने यह भी पूछा कि क्या सरकार के पास कोई भी आंकड़ें हैं जिससे पता लगे कि स्मॉग के स्तर में कमी आई है। इतना ही नहीं, एनजीटी ने फसल जलाने पर नियंत्रण के लिए पूर्व कदम नहीं उठाने को लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की भी आलोचना की।
वीडियो में दिखिए, सोमवार को भी NGT ने लगाई थी फटकार; 4 राज्यों के पर्यावरण सचिवों को किया था तलब
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कहा, “अगर किसानों को 1000 रुपए भी दिए जाते तो वह इस तरह फसल के कचरे को नहीं जलाते।” नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कहा, “अगर किसानों को 1000 रुपए भी दिए जाते तो वह इस तरह फसल के कचरे को नहीं जलाते।” इसके अलावा एनजीटी ने दिल्ली और एनसीआर में पत्थर तोड़ने और ईंट भट्टे के काम को एक हफ्ते के लिए बंद करने का आदेश दिया है, साथ ही भवन निर्माण पर भी एक हफ्ते की रोक लगाई है। गौरतलब है कि दिवाली के बाद से दिल्ली और आस पास के राज्यों में धुआं और धुंध से लोग परेशान हैं। लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी हो रही है। इसके अलावा सड़कों पर विजिविलिटी घट गई है जिसकी वजह से कई सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं।
Diwali &crop burning are known factors, did you hold any meeting in Aug & Sept to prepare the state to tackle pollution?: NGT to Delhi Govt
— ANI (@ANI) November 8, 2016
You have any data that shows reduction of smog? Why are you sprinkling water through cranes and not helicopters?: NGT to Delhi Govt
— ANI (@ANI) November 8, 2016