सऊदी अरब के एक राजनयिक के खिलाफ बलात्कार के आरोपों में मामला दर्ज किए जाने के एक दिन बाद विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि स्थानीय पुलिस से रिपोर्ट मिल जाने पर मामले में आगे का कदम उठाया जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, हमने मामले में गुड़गांव पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय को वहां से विस्तृत रिपोर्ट मिल जाने पर आगे के कदम उठाए जाएंगे।
दो नेपाली महिलाओं ने आरोप लगाया है कि उनका अपहरण कर लिया गया और गुड़गांव स्थित एक फ्लैट में राजनयिक ने उनसे बार-बार बलात्कार किया। इस पर स्थानीय पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली। हालांकि सऊदी दूतावास के अधिकारियों ने आरोपों से इनकार किया है।
यदि प्रथम दृष्टया मामला बनता है, तो सरकार आम तौर पर संबंधित देश से राजनयिक या संबंधित अधिकारी को प्राप्त छूट वापस लेने के लिए कहती है या व्यक्ति को अस्वीकार्य व्यक्ति घोषित कर देती है। गुड़गांव पुलिस ने डीएलएफ फेज-2 में एक फ्लैट पर छापा मारा था और दोनों महिलाओं को बचाया था।
एसीपी राजेश ने कहा कि महिलाओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें पहले सऊदी अरब के जेद्दाह ले जाया गया, जहां उनसे घर का कामकाज कराया गया और बलात्कार किया गया। उन्होंने बताया कि कुछ समय बाद महिलाओं को गुड़गांव के फ्लैट में लाया गया, जहां परिवार के अतिथियों ने भी उनसे बलात्कार किया। उन्होंने कहा कि फ्लैट दिल्ली आधारित सऊदी दूतावास ने किराए पर लिया था।
राजेश ने कहा, एक नई नौकरानी जब फ्लैट पर गई, तो उसने इन दोनों महिलाओं की दुर्दशा को देखा और वह वहां से चली गई। उस नौकरानी ने मामले की जानकारी एक एनजीओ को दी, जिसने पुलिस को सूचित किया।
गुड़गांव पुलिस ने राजनयिक और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मंगलवार को मामला दर्ज किया। बताया जा रहा है कि ये अज्ञात लोग राजनयिक के मित्र हैं।
उनके खिलाफ डीएलएफ-2 पुलिस थाने में सामूहिक दुष्कर्म (धारा 376 डी), दुष्कर्म (धारा 376), अप्राकृतिक यौनाचार (धारा 377) और भारतीय दंड संहिता की धारा 342, 323 और 120बी (षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।