राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन 5 अगस्त को होना है। इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद करेंगे। इसे लेकर वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना ने एक ट्वीट किया है। जिसके बाद उन्हें यूजर्स से ट्रोल होना पड़ा है। सरदाना ने लिखा कि सोमनाथ मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में पं.जवाहर लाल नेहरू नहीं गए थे उसी तरह नरेंद्र मोदी भी अयोध्या में राम मंदिर के भूमि-पूजन में न जाएँ।
सरदाना ने ट्वीट कर लिखा “क्योंकि पं.जवाहर लाल नेहरू सोमनाथ मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में नहीं गए थे इसलिए नरेंद्र मोदी भी अयोध्या में राम मंदिर के भूमि-पूजन में न जाएँ? फिर मोदी और नेहरू में अंतर क्या रहेगा?” इसपर एक यूजर ने उन्हें ट्रोल करते हुए लिखा “- बाबर, औरंगजेब को जगाने का न करो प्रयास, इसके बारे में सोचना भी नहीं।”
एक ने लिखा “राम मंदिर मैं 2100 किलो का घंटा लगेगा और इसकी आवाज से कब्र में सोये बाबर, औरंगजेब, वामपंथ की रूहें भी काँपेगी!” एक ने लिखा “नेहरू जी देश की जनता झूठ नहीं बोलते थे और मोदी हमेशा देश की जनता से झूठ बोलते हैं,, यही नेहरू और मोदी में फर्क़ है।
…क्योंकि पं.जवाहर लाल नेहरू सोमनाथ मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में नहीं गए थे इसलिए नरेंद्र मोदी भी अयोध्या में राम मंदिर के भूमि-पूजन में न जाएँ? फिर मोदी और नेहरू में अंतर क्या रहेगा?
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) July 20, 2020
बता दें इस कार्यक्रम में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े नेताओं और संतों को बुलाया जाएगा। आमंत्रण की लिस्ट तैयार की जा रही है। कोरोना वायरस की वजह से 150 से 200 लोगों को ही आमंत्रित किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास प्रधानमंत्री के अयोध्या आगमन को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि 40 किलो की चांदी की ईंट रखकर प्रधानमंत्री इसका शुभारंभ करेंगे। जमीन से साढ़े तीन फिट अंदर रखी जाने वाली ईंट में नक्षत्रों का प्रतीक होगा।