Operation Sindoor News: ऑपरेशन सिंदूर के बाद नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी की तरफ से नेवी की भूमिका को लेकर बड़ी बात कही गई है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे जहाज, पनडुब्बियां, विमान पूरी तरह तैयार और तैनात थे, जो ताकत और तैयारी का संकेत देता है। इस दौरान नेवी की त्वरित, नपी-तुली प्रतिक्रिया ने भारत की सामरिक मजबूती और समुद्री प्रभुत्व को प्रदर्शित किया।

उन्होंने कहा कि आतंकी कृत्य को युद्ध छेड़ना मानने संबंधी भारत के नये रुख ने हमारे संचालन दृष्टिकोण में नया आयाम जोड़ा है। जटिलताओं से भरे युग और तेजी से बदलते सुरक्षा परिदृश्य में नौसेना की भूमिका पहले की तुलना में कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। बदलते भू-राजनीतिक, भू-रणनीतिक परिदृश्य और वर्तमान में चल रहे संघर्षों ने हमारे कार्य की जटिलता को काफी बढ़ा दिया है। ‘PAK को घुटने टेकने पड़े, कोई भी हमला उसे महंगा पड़ेगा’, राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दी वॉर्निंग

‘हमारा सबसे बड़ा एसेट हमारे युद्धपोतों की स्टील नहीं…’

राजधानी नई दिल्ली में नौसेना अलंकरण समारोह 2025 में बोलते हुए नेवी चीफ ने कहा कि हमारा सबसे बड़ा एसेट हमारे युद्धपोतों की स्टील या हमारी मशीनों का सोफिस्टिकेशन नहीं है, बल्कि हमारे प्रशिक्षित और समर्पित जवानों का स्किल, स्पिरिट और डेडिकेशन है। उनकी निस्वार्थ सेवा और अटूट प्रतिबद्धता ने इंडियन नेवी और हमारे देश को बार-बार गौरव दिलाया है।

उन्होंने यह भी कहा, “वोल्टेयर ने कहा था ‘कोई भी प्रॉब्लम निरंतर सोच के हमले का सामना नहीं कर सकती।’ हमारे ऑफिसर्स और सेलर्स के लिए, आपकी उपलब्धियां हम सभी को प्रेरित करती हैं… आपका आचरण नेवी की सर्वश्रेष्ठ परंपरा को दर्शाता है और हमें याद दिलाता है कि उत्कृष्टता सिर्फ एक कार्य नहीं बल्कि एक आदत है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि सीमाओं को आगे बढ़ाते रहें और बेंचमार्क सेट करते रहें… खुद से पहले सेवा की भावना हम सभी का मार्गदर्शन करती रहे, क्योंकि हम अपनी कॉम्बैट रेडी, क्रेडिट, कोहेसिव और फ्यूचर रेडी नेवी का पोषण करते हैं, जो भारत के समुद्री हितों की रक्षा और संवर्धन के लिए तैयार है…”

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