मध्य प्रदेश के खंडवा कस्बे में गोकशी के आरोप में गिरफ्तार तीन लोगों पर नैशनल सिक्युरिटी एक्ट (NSA) के तहत कार्रवाई हुई है। कांग्रेस के सरकार में लौटने के बाद पहली बार ऐसा ऐक्शन लिया गया है। खंडवा सांप्रदायिक तौर पर बेहद संवेदनशील इलाका माना जाता है। मोघाट की पुलिस ने राहुल उर्फ नदीम और शकील को शुक्रवार को खारकैली गांव से गिरफ्तार किया था। तीसरा आरोपी आजम मौके से फरार होने में कामयाब हो गया था, जिसे सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। खंडवा के एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने द इंडियन एक्सप्रेस से पुष्टि की है कि इन आरोपियों के खिलाफ एनएसए में कार्रवाई हुई है।
मोघाट पुलिस स्टेशन के इनचार्ज मोहन सिंगोर ने बताया कि राजू पर गोहत्या संबंधित कानून में पहले भी कई बार केस हो चुका है। पुलिस को गोहत्या के बारे में सूचना मिली थी। पुलिस को मौके से गोवंश के अवशेष मिले और भागने की कोशिश कर रहे नदीम और शकील को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों पर गोहत्या कानून या प्रोहिबिशन ऑफ काउ स्लॉटर एक्ट के सेक्शन 4, 6 और 9 के तहत केस दर्ज किया है।
वहीं, एसपी की सिफारिश पर डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने एनएसए लगाया है। इस धारा की वजह से आरोपियों को लंबे वक्त तक कस्टडी में रखने की सहूलियत मिलती है। थाना इनचार्ज ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी बचने के लिए दूध के कंटेनरों में मीट ले जाते हैं। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक तनाव की भी आशंका थी लेकिन तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी की वजह से हालात काबू में आ गए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के स्याना तहसील में पिछले वर्ष दिसंबर महीने हुई गोकशी की कथित घटना के संबंध में गिरफ्तार तीन लोगों पर भी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया था। स्याना के गांव महाव के बाहर खेतों में तीन दिसंबर 2018 को मवेशियों के कंकाल मिले थे जिसके बाद भीड़ ने उत्पात मचाते हुए चिंगरावठी पुलिस चौकी पर हमला कर दिया था। निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह (44) और चिंगरावठी के एक व्यक्ति सुमित कुमार (20) की इस हिंसा में गोली लगने से मौत हुई थी।
इस घटना के संबंध में स्याना थाने में दो प्राथमिकी दर्ज हुई थीं। पहली प्राथमिकी हिंसा के संबंध में दर्ज हुई जिसमें करीब 80 लोगों को नामजद किया गया है जबकि दूसरी प्राथमिकी गोकशी के लिए दर्ज हुई। अधिकारियों ने कहा कि गोकशी मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें से तीन आरोपियों अजहर खान, नदीम खान और महबूब अली पर रासुका लगाया गया। (एजेंसी इनपुट के साथ)